धर्म-अध्यात्म

इस बार बन रहा ग्रह, नक्षत्र और योगों का विशिष्ट संयोग, पूजन का शुभ मुहूर्त

Shiddhant Shriwas
2 Nov 2021 2:11 AM GMT
इस बार बन रहा ग्रह, नक्षत्र और योगों का विशिष्ट संयोग, पूजन का शुभ मुहूर्त
x
पांच दिवसीय दीपों का त्योहार दीपोत्सव में इस बार दो नवंबर को धनतेरस से शुरू हो रहा है, जो भैया दूज छह नवंबर तक मनाया जाएगा

पांच दिवसीय दीपों का त्योहार दीपोत्सव में इस बार दो नवंबर को धनतेरस से शुरू हो रहा है, जो भैया दूज छह नवंबर तक मनाया जाएगा। इसका प्रमुख त्योहार दिवाली चार नवंबर और गोवर्धन पूजा पांच नवंबर की है। ज्योतिष गणना के अनुसार दिवाली पर ग्रह, नक्षत्र व योगों का विशिष्ट संयोग 30 साल बाद बन रहा है। 4 नवंबर को दिवाली बृहस्पतिवार के दिन चित्रा नक्षत्र में आरंभ होगी और स्वाति नक्षत्र की साक्षी में प्रीति व आयुष्मान योग के संयुक्त क्रम में मनाई जाएगी। साथ ही ग्रह गोचर की गणना बताती है दिवाली पर ग्रह, नक्षत्र व योगों का विशेष अनुक्रम बन रहा है। इसमें सूर्य, मंगल व चंद्र की युति विशेष लाभ देने वाली रहेगी। यही नहीं केंद्र में शुभ ग्रहों का योग भी सहयोगात्मक रहेगा। दीपों के त्योहार की शुरूआत धनतेरस से होती है, जो दिवाली से दो दिन पहले कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है. इसे धन त्रयोदशी या धनवंतरी जयंती भी कहते हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार धनतेरस पर इस बार खरीदारी और पूजा-अर्चना के लिए कई शुभ और विशेष फल देने वाले मुहूर्त बन रहे हैं। दिवाली पर शुभ ग्रहों का योग भी सहयोगात्मक रहेगा।

पूजन के मुहूर्त...

दो नवंबर, धनतेरस

धनतेरस पूजा मुहूर्त - शाम 06:17 बजे से 8:10 बजे तक।

अवधि - 01 घंटा 53 मिनट।

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त -शाम 06:09 से रात 8:05 तक।

अवधि - 01 घंटा 56 मिनट।

प्रदोष काल -शाम 05:34 बजे से रात 8:09 बजे तक।

वृषभ काल शाम 06:09 बजे से रात 08:05 तक।


चार नवंबर अमावस्या तिथि दिवाली

वृष लग्न शुक्र से लक्ष्मी पूजन मुहूर्त- शाम 06:09 बजे से रात 08:05 बजे तक।

प्रदोष काल में पूजन का समय शाम 05:32 बजे से रात 08:12 बजे तक रहेगा।


व्यापारिक पूजन के लिए धनु लग्न में प्रात: 9:51 से 11:50 बजे तक रहेगा।

- मध्यान्ह 11:1 बजे से 01:30 बजे तक शुभ मुहूर्त हैं।

(इस दिन 13:30 बजे से 03:00 बजे तक राहुकाल का समय त्यागने योग्य है)

मीन लग्न में 0शाम 03:01 बजे से 04:26 बजे तक।

मेष लग्न में शाम 04:27 बजे से 06:06 बजे तक।

रात्रि के लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त

श्रेष्ठ मुहूर्त शाम 06:02 बजे से 07:57 बजे तक बहुत ही श्रेष्ठ।

शाम 07:58 बजे से रात 10:11 बजे तक (मिथुन लग्न)

कर्क लग्न रात 10:02 बजे से 12:31 बजे तक।

Next Story