धर्म-अध्यात्म

Dhanteras पर इस बार बन रहा है विशेष योग, सोना खरीदने का शुभ समय

Tara Tandi
22 Oct 2024 8:55 AM GMT
Dhanteras पर इस बार बन रहा है विशेष योग, सोना खरीदने का शुभ समय
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Dhanteras राजस्थान न्यूज़: धनतेरस से दीपोत्सव की शुरुआत हो जाती है. धनतेरस का त्योहार छोटी दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है. सनातन शास्त्रों में धनतेरस के त्योहार का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि, मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा करने से जातक को जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। साथ ही खजाना हमेशा धन से भरा रहता है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। धनतेरस तिथि, शुभ मुहूर्त और
पूजा विधि के बारे में।
धनतेरस 2024 तिथि और समय
पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 29 अक्टूबर को सुबह 10:31 बजे शुरू होगी. वहीं, इसका समापन 30 अक्टूबर को दोपहर 01:15 बजे होगा. सनातन धर्म में तिथि की गणना सूर्योदय से की जाती है। ऐसे में धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा
धनतेरस पूजा मुहूर्त- शाम 06:31 बजे से रात 08:13 बजे तक
प्रदोष काल - शाम 05:38 AM से 08:13 AM तक
वृषभ काल - 06:31 PM से 09:27 PM तक
ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04:48 बजे से प्रातः 05:40 बजे तक
विजय मुहूर्त- 01:56 PM से 02:40 PM तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05:38 बजे से शाम 06:04 बजे तक
धनतेरस पूजा विधि
धनतेरस के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें। इसके बाद मंदिर की साफ-सफाई करें। सूर्यदेव को जल अर्पित करें। चौकी पर मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और कुबेरजी की मूर्ति रखें। दीपक जलाएं और चंदन का तिलक लगाएं। इसके बाद आरती करें. साथ ही संग में भगवान गणेश की पूजा भी करें. कुबेरजी के मंत्र ॐ ह्रीं कुबेराय नमः का 108 बार जाप करें और धन्वंतरि स्तोत्र का पाठ करें। इसके बाद मिठाई और फल आदि का भोग लगाएं। श्रद्धानुसार दान करें. धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से धन लाभ के योग बनते हैं और जातक को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।
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