धर्म-अध्यात्म

दिवाली पर दर्शन के लिए खास है यह मंदिर, यहां सिर के बल खड़े हैं बजरंगबली

SANTOSI TANDI
24 Sep 2023 9:28 AM GMT
दिवाली पर दर्शन के लिए खास है यह मंदिर, यहां सिर के बल खड़े हैं बजरंगबली
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प्रभु राम का हनुमान जी से गहरा नाता रहा है। रामायण में भी भगवान राम और बजरंगबली के रिश्ते की झलक साफ देखने को मिलती है। हनुमान जी भगवान राम से बेहद प्रेम करते हैं और अगर आप इस दिवाली प्रभु राम के दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको बजरंगबली के इस मंदिर में दर्शन के लिए जरूर जाना चाहिए।
क्योंकि जहां हनुमान जी होते हैं, वहां श्री राम जरूर निवास करते हैं। ये बात तो सभी जानते हैं कि प्रभु राम, हनुमान जी के रोम-रोम में बसते हैं। साथ ही भगवान राम के लिए हनुमान जी सबसे प्रिय रहे हैं। इसलिए अगर आप इस दिवाली प्रभु राम को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आपको एक बार इस मंदिर दर्शन के लिए जरूर आना चाहिए।
इस मंदिर में उनकी मूर्ति देखकर आपको ऐसा लगेगा कि वह उल्टे लटके हुए हैं।
कहां स्थित है यह मंदिर
यह मंदिर इंदौर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर सांवेर में स्थित है। अगर आप मंदिर दर्शन के लिए आ रहे हैं, तो आपको इंदौर से यहां तक आने में 3 घंटे के करीब समय लगता है। इस मंदिर में बजरंगबली सिर के बल उल्टे खड़े हुए हैं। मध्यप्रदेश का यह फेमस मंदिर है।
बता दें कि यहां मंदिर में केवल हनुमान जी ही नहीं प्रभु श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण और शिव-पार्वती की भी मूर्तियां स्थित हैं। यह इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां हनुमान जी के ऐसे स्वरूप की पूजा होती है।
मंदिर का इतिहास
यह मंदिर राम-रावण युद्ध और अहिरावण से जोड़कर देखा जाता रहा है। मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। माना जाता है कि एक बार राम-रावण युद्ध के दौरान रावण के भाई अहिरावण (ahiravan) भेस बदलकर युद्ध के दौरान श्रीराम की सेना में घुस आया था।
यहीं से अहिरावण प्रभु राम और भाई लक्ष्मण को मूर्छित कर पाताल लोक ले गया था। जब इस बात का पता बजरंगबली को लगा, तो वह समझ गए कि अहिरावण उन्हें पाताल लोक लेकर गया होगा। वह फौरन पाताल लोक पहुंच गए और अहिरावण को मारकर भगवान राम और लक्ष्मण जी को वापस लेकर आए। (नोएडा के फेमस मंदिर)
यहां रहने वाले लोगों का मानना है कि सांवेर वही स्थान है, जहां से बजरंगबली पाताल लोक में गए थे। उस समय बजरंगबली के पांव आकाश की तरफ थे और सिर जमीन की तरफ था।
इसी के चलते हनुमान जी के उलटे रूप की यहां पूजा होती है। इसी वजह से यहां दुनियाभर के लोग बजरंगबली के दर्शन करने यहां आते हैं।
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