धर्म-अध्यात्म

शनिवार को किया पीपल और कच्चे सूत का ये उपाय खुल देगा किस्मत का ताला

Subhi
5 Nov 2022 3:45 AM GMT
शनिवार को किया पीपल और कच्चे सूत का ये उपाय खुल देगा किस्मत का ताला
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शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है. मान्यता है कि शनिवार के दिन सच्चे मन और पूरी भक्ति के साथ शनि देव की पूजा और उपाय किए जाएं, तो व्यक्ति को शनि देव की कृपा प्राप्त होती है.

शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है. मान्यता है कि शनिवार के दिन सच्चे मन और पूरी भक्ति के साथ शनि देव की पूजा और उपाय किए जाएं, तो व्यक्ति को शनि देव की कृपा प्राप्त होती है. शनि देव को कर्मफल दाता और न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है. व्यक्ति के कर्मों के अनुरूप ही उसे फल मिलता है. अच्छे कर्मों का फल अच्छा और बुरे कर्मों का फल बुरा होता है.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप परेशानियों से घिरे हुए हैं या किसी संकट का सामना करना पड़ रहा है,तो शनिवार के दिन भगवान शनिदेव का पूजन करने से सभी कष्टों का नाश होता है. शनिवार के दिन कुछ उपायों को करने से व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं. और शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

शनिवार के दिन करें ये उपाय

अगर किसी जातक को बिजनेस में घाटा या फिर कोर्ट कचहरी में किसी तरह की परेशानी का सामान करना पड़ रहा है,तो शनिवार के दिन पीपल के 11 पत्ते लें और उनकी एक माला बना लें. इसके बाद शनि मंदिर में ये माला शनि देव को अर्पित कर दें. माला अर्पित करते समय ऊँ श्रीं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का लगातार जाप करते रहें.

शनिवार को पीपल के पेड़ पर कच्चे सूत के धागे को सात बार लपेटें. और साथ में मन ही मन शनि देव का ध्यान करते रहें. इससे उन्नति के मार्ग में आ रही सभी समस पति-पत्नी में बनती नहीं है हमेशा कलह-कलेश की स्थिति बनी रहती है, तो शनिवार के दिन थोड़े से काले तिल पीपल के पेड़ के पास चढ़ा दें. तिल अर्पित करने के बाद पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें. इससे आपके दांपत्य जीवन में खुशियां लौट आएंगी.

नौकरी की तलाश कर रहे या फिर आमदनी बढ़ने की मनोकामना रकरने वाले जातक शनिवार के दिन एक काला कोयला लें और उसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें. इसके साथ ही 'शं शनैश्चराय नमः।' मंत्र का जाप करते रहें.

अगर आप घर में सुख-शांति और समृद्धि पाना चाहते हैं, तो पुष्प नक्षत्र के दौरान एक लोट जल लेकर उसमें थोड़ी चीनी डाल दें. और ये पानी पीपल के पेड़ की जड़ में अर्पित कर दें. साथ ही 'ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं शनैश्चराय नमः।' मंत्र का जाप करें.

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