धर्म-अध्यात्म

शिव जी का ये चमत्कारी मंत्र, मासिक शिवरात्रि से शुरु करें इसका जाप

Tara Tandi
22 Jun 2022 9:53 AM GMT
शिव जी का ये चमत्कारी मंत्र, मासिक शिवरात्रि से शुरु करें इसका जाप
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भगवान शिव (Lord Shiva) को भोलेनाथ कहा जाता है. अगर भक्त सच्चे मन से नियमित रूप से उन्हें जल भी अर्पित करे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भगवान शिव (Lord Shiva) को भोलेनाथ कहा जाता है. अगर भक्त सच्चे मन से नियमित रूप से उन्हें जल भी अर्पित करे, तो वे प्रसन्न हो जाते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे शिव जी के मंत्र की महिमा. शिवजी का छोटा सा आपके जीवन की तमाम समस्याओं का अंत कर सकता है. ये मंत्र तुरंत फल देने वाला माना जाता है और सुख-समृद्धि, धन-संपत्ति, वैभव प्रदान करने वाला है. कहा जाता है कि अगर मासिक शिवरात्रि के दिन से इस मंत्र का जाप शुरू करके इसके एक लाख जाप किए जाएं तो ये मंत्र सिद्ध हो जाता है. इसके बाद व्यक्ति के जीवन में किसी चीज का अभाव नहीं होता. आइए आपको बताते हैं इस चमत्कारी मंत्र के जाप का तरीका.

ये है मंत्र- ॐ नमो भगवते रुद्राय
मंत्र की महिमा
शिव जी का ये छोटा सा मंत्र बड़े बड़े असंभव काम कर सकता है. कहा जाता है कि यदि आपने इस मंत्र को सिद्ध कर लिया तो आप महादेव से मनचाहा कोई भी वरदान प्राप्त कर सकते हैं. इतना ही नहीं, आपको भविष्य में कभी भी किसी रूप में भोलेनाथ के दर्शन हो सकते हैं. इस मंत्र के प्रभाव से आपको जीवन का हर सुख प्राप्त होता है और सभी बाधाएं दूर हो जाती है. इसके सिद्ध होने के बाद धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की प्राप्ति होती है.
सिद्ध करने के लिए ऐसे करें जाप
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए आपको इसके एक लाख जाप करने की जरूरत है. इसके जाप को किसी भी माह की मासिक शिवरात्रि से प्रारंभ किया जा सकता है. आषाढ़ मास की मासिक शिवरात्रि 27 जून को पड़ रही है. इस दिन आप स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें. पूजा के स्थान को साफ करके महादेव और मां गौरी की प्रतिमा रखें. भगवान के समक्ष हाथ में पूजा की सुपारी, अक्षत, सिक्का, पुष्प और जल डालकर एक लाख जाप करने का संकल्प लें. इसके बाद अपनी इच्छित कामना बोलकर मंत्र का जाप शुरू कर दें. इसके बाद नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करें और एक लाख जाप पूरा करें. मंत्र जाप पूरा होने के बाद आप जप पूरा हो जाने के बाद इसी मंत्र से दशांश हवन करें. इस तरह से आपका मंत्र सिद्ध हो जाएगा.
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