धर्म-अध्यात्म

पितरों की नाराजगी दूर करेगा किचन का ये मसाला, इन उपायों से आएगी खुशहाली

SANTOSI TANDI
28 Sep 2023 9:45 AM GMT
पितरों की नाराजगी दूर करेगा किचन का ये मसाला, इन उपायों से आएगी खुशहाली
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इन उपायों से आएगी खुशहाली
अलग-अलग संस्कृतियों में पितरों को सम्मान देने का अलग तरीका होता है। ऐसे ही हिन्दुओं में पितृ पक्ष के दौरान उन्हें याद किया जाता है और उनकी शांति के उपाय आजमाए जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि हमारे पूर्वज आस-पास किसी न किसी रूप में मौजूद होते हैं पूर्वजों का आशीर्वाद पाने के लिए लोग विभिन्न अनुष्ठानों और उपायों का सहारा लेते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में पितरों को प्रसन्न करने और उनके सम्मान के लिए काले तिल का प्रयोग करना प्रमुख माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि काले तिल और जौ के साथ पितरों को तर्पण करने से उनकी नाराजगी दूर होती है और घर में खुशहाली बनी रहती है।
आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें इसके कुछ विशेष ज्योतिष उपायों के बारे में जिनसे पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है और उनका आशीष प्राप्त किया जा सकता है।
पितरों की शांति के लिए पूजा क्यों है जरूरी
पितरों की पूजा करना उनके वंशजों के लिए भी जरूरी माना जाता है। मान्यता है कि यदि मृत पितरों की पूजा विधि-विधान से करने के साथ घर की समृद्धि की प्रार्थना की जाती है तो विशेष फलों की प्राप्ति होती है।
यह एक ऐसा माध्यम है जो जीवित और मृत लोगों के बीच स्थायी संबंध को मजबूत करने में मदद करता है। पूर्वजों को प्रसन्न करने से जीवित लोगों को समृद्धि, सुरक्षा और उनका आशीष मिलता है।
ज्योतिष में पैतृक क्षेत्र को शनि ग्रह से जोड़ा जाता है। शनि कर्म, जीवन और मृत्यु के चक्र और पैतृक आशीर्वाद और अभिशाप का प्रतिनिधित्व करता है। नकारात्मक पैतृक कर्मों के प्रभाव को कम करने और सकारात्मक पैतृक आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए काले तिल से जुड़े ज्योतिषीय उपाय अपनाए जाते हैं।
पितृ दोषों को दूर करने के लिए काले तिल के उपाय
काले तिल में शुद्धिकरण और सुरक्षात्मक गुण होते हैं। इन्हें पूर्वजों को प्रसन्न करने और सम्मान देने के लिए एक शक्तिशाली प्रसाद के रूप में माना जाता है।
चूंकि काला रंग शनि का प्रतीक होता है और पितरों का संबंध भी शनि देव से होता है, इसलिए काले तिल को पितरों को प्रसन्न करने की मुख्य सामग्री माना जाता है। यदि आप प्रत्येक अमावास्या के दिन मुख्य रूप से पितृ पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन काले तिल को पानी में डालकर पितरों का नाम लेते हुए तर्पण करते हैं तो कई पितृ दोषों से मुक्ति मिलती है।
पितरों को प्रसन्न करने के लिए काले तिल का उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन शनि का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है। इसलिए यदि आप पितरों को प्रसन्न करने के उपाय आजमाना चाहते हैं तो इसी दिन को सबसे शुभ माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति के ऊपर शनि की साढ़े साती चल रही है तो आप शनिवार के दिन सूर्य को अर्घ्य देते समय उसमें थोड़े काले तिल मिलाएं और फिर सूर्य को अर्घ्य दें इससे पितरों को शांति भी मिलती है।
काले तिल के इस उपाय से मिलेगा पितरों का आशीर्वाद
यदि आप शनिवार के दिन ऐसे लोगों को तिल का दान करें जिनके ऊपर शनि की साढ़े साती चल रही है या फिर जरूरतमंदों को अनाज में काले तिल मिलाकर दान दें तो इससे पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और कष्टों से मुक्ति का ये सरल उपाय माना जाता है।
इसके आलावा पितृ पूजा या अनुष्ठान के दौरान, अपने पूर्वजों को श्रद्धापूर्वक काले तिल चढ़ाएं और उनकी तस्वीर के सामने घी का दीपक जलाएं। साथ ही, प्रार्थना करें और उनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद के लिए अपना आभार व्यक्त करें।
काले तिल से करें शनि को प्रसन्न
पानी और दूध के मिश्रण से यदि आप शनि की शिला का अभिषेक करती हैं तो इससे शनि दोषों से मुक्ति मिलने के साथ शनि का आशीर्वाद भी मिलता है। इसके आलावा पितृ पक्ष में कौए को भोजन कराते समय उसमें थोड़े काले टिल भी मिलाने चाहिए जिससे भोज स्वीकार्य होता है।
तिल के बीज का तिलक दिलाता है दोषों से मुक्ति
दोषों से मुक्ति पाने के लिए यदि आप माथे पर तिलक लगाते समय उसमें थोड़े काले तिल मिलाते हैं तो यह शरीर के सातों चक्रों को नियंत्रित करने से साथ कई दोषों से मुक्ति दिलाने में भी मदद करता है।
यदि आप ज्योतिष के नियमों के अनुसार काले तिल से जुड़े यहां बताए उपाय आजमाते हैं तो इससे पितरों का आशीर्वाद मिलता है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें
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