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समय से पहले अगर दांत कमजोर हो जाए या दर्द होने लगे तो इनकी सुंदरता में भी कमी आने के
शनिदेव को सबसे अधिक क्रूर ग्रह में रखा जाता है। भगवान शिव ने स्वयं शनिदेव को सभी ग्रहों को न्यायाधीश की उपाधि प्रदान की है। यही वजह है कि सनी को कर्मफल दाता के नाम से भी पुकारा जाता है। शनि कलयुग के दंडाधिकारी भी है मतलब कि मनुष्य के कर्मों का फल शनि देव द्वारा ही दिया जाता है।मनुष्य का अगर यह संकेत मिल जाए तो समझ लेना चाहिए कि शनिदेव से नाराज हैं।
बाल झड़ना
-ऐसी मान्यता है कि जब शनिदेव नाराज होते हैं या फिर अशुभ हो जाते हैं, तो शरीर के बाल बहुत तेजी से झड़ने लगते हैं। बालों का झड़ना कहीं ना कहीं के शनि की कमजोर दशा होने को दर्शाता है। इसलिए अगर बाल झड़ने लगे तो शनि के उपास आरंभ कर देना चाहिए।
दांत कमजोर होना
-समय से पहले अगर दांत कमजोर हो जाए या दर्द होने लगे तो इनकी सुंदरता में भी कमी आने के कारण शनिदेव का नाराज होना होता है इसे तुरंत गंभीरता से लें और शनिदेव की पूजा करना शुरू करें।
आंखों का कमजोर होना
-शनिदेव का संबंध आंखों से भी होता है अगर आप ही दृष्टि कमजोर हो रही है तो समझ जाएं और सफल भी जाएं समय रहते ही शनिदेव की पूजा शुरु कर दें शनिवार के दिन शनि का दान भी निकालें।
शनि प्रभाव इन के उपाय
– शनिदेव को प्रसन्न रखने के लिए कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए।
-हमेशा याद रखें कि किसी भी निर्धन व्यक्ति को या कमजोर व्यक्ति को परेशान ना करें, जहां तक संभव हो सके। उसकी मदद करें। उसका सहारा बन जाए, ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और अच्छे फल देते हैं।
-मंगलवार को हनुमान जी का पाठ करें, जिससे शनि की अशुभ दशा कम होती है। हनुमान चालीसा,सुंदरकांड का पाठ भी दिन बहुत लाभकारी माना जाता है।
-शनिवार का दिन शनिदेव का कहा जाता है। इस दिन शनि मंदिर में शनि की पूजा करें और सरसों के तेल काली उड़द आदि का दान करें
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