धर्म-अध्यात्म

माता शीतला की पूजा के लिए ये है सबसे श्रेष्ठ मुहूर्त

Tara Tandi
2 April 2024 5:50 AM GMT
माता शीतला की पूजा के लिए ये है सबसे श्रेष्ठ मुहूर्त
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ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन शीतला अष्टमी को खास माना गया है जो कि चैत्र मास में पड़ता है यह तिथि माता शीतला की साधना आराधना को समर्पित होती है। इस दिन भक्त देवी मां की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से देवी की असीम कृपा प्राप्त होती हैं।
पंचांग के अनुसार शीतला अष्टमी का व्रत हर साल चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर किया जाता है। इस बार यह व्रत आज यानी 2 अप्रैल दिन मंगलवार को किया जा रहा है। शीतला अष्टमी का व्रत होली के आठ दिन बाद मनाया जाता है माता शीतला देवी पार्वती का ही एक स्वरूप हैं। मां शीतला को आरोग्य की देवी माना गया है इनकी साधना भक्तों को निरोगी रहने का आशीर्वाद प्रदान करती है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा शीतला अष्टमी पर पूजन का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
शीतला अष्टमी की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 1 अप्रैल को रात 9 बजकर 9 मिनट पर हो चुका है और इसका समापन अगले दिन यानी की 2 अप्रैल को रात 8 बजकर 8 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में आज आप किसी भी समय माता शीतला की पूजा अर्चना कर सकते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां शीतला को बासी भोजन का भोग लगाया जाता है ऐसे में भक्त एक रात पहले ही माता के लिए भोग तैयार कर लेते हैं और अगले दिन देवी की विधिवत पूजा के बाद भोग चढ़ाकर उसे प्रसाद के तौर पर ग्रहण कर अपना व्रत पूर्ण करते हैं।
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