धर्म-अध्यात्म

बुध प्रदोष व्रत की पूजा का ये है सबसे श्रेष्ठ मुहूर्त

Tara Tandi
26 Sep 2023 11:18 AM GMT
बुध प्रदोष व्रत की पूजा का ये है सबसे श्रेष्ठ मुहूर्त
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हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता हैं लेकिन शिव को समर्पित प्रदोष व्रत बेहद ही खास माना जाता है जो कि हर माह में आता है अभी भाद्रपद मास चल रहा है और इस माह का आखिरी प्रदोष व्रत कल यानी 27 सितंबर दिन बुधवार को किया जाएगा। प्रदोष व्रत बुधवार के दिन पड़ने से इसे बुध प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा हैं।
इस दिन भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधि विधान से पूजा करते हैं और उपवास आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान की अपार कृपा प्राप्त होती है। साथ ही साथ कष्टों से भी मुक्ति मिल जाती है।
पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद माह का आखिरी प्रदोष व्रत गणेश उत्सव के दौरान पड़ता है। इस दिन शिव की पूजा अपार कृपा बरसाती है शास्त्र अनुसार प्रदोष व्रत पर शिव की पूजा प्रदोष काल यानी शुभ मुहूर्त में करना उत्तम माना जाता है तो ऐसे में आज हम आपको बुध प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त प्रदान कर रहे हैं।
बुध प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त—
धार्मिक पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 27 सितंबर को सुबह 1 बजकर 45 मिनट से आरंभ हो रही है जिसका समापन रात को 10 बजकर 18 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में प्रदोष व्रत पूजा का उत्तम मुहूर्त 27 सितंबर को शाम 6 बजकर 12 मिनट से रात 8 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। आपको बता दें कि प्रदोष काल सूर्यास्त से आरंभ हो जाता है जबकि त्रयोदशी तिथि और प्रदोष साथ साथ होते हैं जो कि भगवान शिव की पूजा के लिए श्रेष्ठ माने गए हैं।
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