धर्म-अध्यात्म

कुबेर देव का भंडार मानी जाती है यह दिशा, भूल से भी यहां न रखें ये पांच चीजें

Deepa Sahu
26 Feb 2021 2:58 AM GMT
कुबेर देव का भंडार मानी जाती है यह दिशा, भूल से भी यहां न रखें ये पांच चीजें
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वास्‍तु के अनुसार घर की हर दिशा का अपना एक अलग महत्‍व होता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : वास्‍तु के अनुसार घर की हर दिशा का अपना एक अलग महत्‍व होता है और हर दिशा के अपने कुछ नियम और विशेषताएं होती हैं। जैसे घर की उत्‍तर दिशा को कुबेर देव की दिशा माना जाता है और इस दिशा को पॉजिटिव एनर्जी का भंडार माना जाता है। इस दिशा को पूजापाठ के लिए सबसे उपयुक्‍त माना जाता है। यानी अगर आप अपना नया घर बनाने जा रहे हैं या फिर दूसरे किराए के घर में शिफ्ट होने जा रहे हैं तो पूजा का स्‍थान बनाने के लिए उत्‍तर दिशा सबसे उपयुक्‍त मानी जाती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन वस्‍तुओं को इस दिशा में रखने से वास्‍तुदोष बनता है और आप इसकी वजह से परेशानियों से घिर सकते हैं। ताकि आप गलती से भी इन वस्‍तुओं को इस दिशा में न रखें।

जूते चप्‍पल
भूलकर कभी भी घर की उत्‍तर दिशा में जूते चप्‍पल न रखें। इस बात का ध्‍यान रखें कि जब भी आप कहीं बाहर से आएं तो इस दिशा में भूल से भी जूते चप्‍पल न उतारें। माना जाता है कि यह दिशा कुबेर देवता का स्‍थान मानी जाती है और इस दिशा में जूते रखना उनका अपमान करने जैसा है, इसलिए यहां जूते चप्‍पल भूल से भी न रखें।
बाथरूम
उत्‍तर दिशा को लेकर जो सबसे बड़ा दोष माना जाता है वह है टॉयलट या फिर बाथरूम का इस दिशा में होना। इस दिशा में टॉयलट होने से आपके घर में मां लक्ष्‍मी का वास नहीं होता और दरिद्रता पांव पसारने लगती है। अगर आपके घर में इस दिशा में वॉशरूम है और उसे बदलना संभव नहीं है तो आप एक उपाय कर सकते हैं। कांच की कटोरी में डेले वाला नमक भरकर बाथरूम के किसी कोने में रखें और इस नमक को हर सप्‍ताह बदलते रहें। ऐसा करने से आपको काफी हद तक इस वास्‍तुदोष से राहत मिलेगी।
भारी फर्नीचर
वास्‍तु में उत्‍तर दिशा को पॉजिटिव एनर्जी का भंडार माना जाता है, इसलिए भूल से भी इस दिशा में भारी भरकम फर्नीचर न रखें। माना जाता है कि ऐसा करने से इस दिशा से पॉजिटिव एनर्जी के संचार में रुकावट पैदा होती है। इस दिशा को जहां तक हो सके खाली और खुला हुआ रखें। उत्‍तर दिशा में साफ-सफाई का भी विशेष ध्‍यान रखना चाहिए। इस दिशा में भूल से भी गंदा पानी या कचरा नहीं जमा होना चाहिए।
पुरानी टूटी हुई वस्‍तुएं

उत्‍तर दिशा को सबसे साफ और सुंदर रखना चाहिए। घर की उत्‍तर दिशा में तिजोरी और बच्‍चों के पढ़ने की टेबल रखनी चाहिए। इस दिशा में भूल से भी पुरानी टूटी हुई वस्‍तुएं न रखें और न ही और कबाड़ा सामान रखें। कुछ लोग पुरानी टूटी हुई वस्‍तुएं एक जगह एकत्र करके रख देते हैं। ऐसी वस्‍तुओं को घर में रखना ही नहीं चाहिए, तुरंत फेंक देना चाहिए।
डस्‍टबिन
इस दिशा में भूल से डस्‍टबिन न रखें। इस दिशा में साफ-सफाई रखना बहुत जरूरी माना जाता है। इस दिशा में कचरा न जमा होने दें और रोजाना पानी में नमक डालकर पोंछा लगाएं। ऐसा करने से सभी प्रकार की नेगेटिव एनर्जी दूर होती हैं।


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