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धर्म-अध्यात्म
इस दिन है मार्गशीर्ष अमावस्या, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Subhi
25 Nov 2021 2:57 AM GMT
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हिन्दू कैलैंडर के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मार्गशीर्ष अमावस्या कहा जाता है। मार्गशीर्ष मास को अगहन माह भी कहते हैं। ऐसे में मार्गशीर्ष अमावस्या को अगहन अमावस्या कहते हैं।
हिन्दू कैलैंडर के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मार्गशीर्ष अमावस्या कहा जाता है। मार्गशीर्ष मास को अगहन माह भी कहते हैं। ऐसे में मार्गशीर्ष अमावस्या को अगहन अमावस्या कहते हैं। मार्गशीर्ष मास भगवान कृष्ण का सबसे प्रिय मास माना जाता है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पितरों की आत्म तृप्ति के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध आदि कर्म किए जाते हैं। इस दिन नदी स्नान एवं दान का भी विधान है। जागरण अध्यात्म में जानते हैं कि इस वर्ष मार्गशीर्ष अमावस्या कब है और इसकी सही तिथि क्या है।
मार्गशीर्ष अमावस्या 2021 तिथि
हिन्दी पंचाग के अनुसार मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का प्रारंभ 03 दिसंबर को शाम 04 बजकर 55 मिनट पर हो रहा है। इसका समापन अगले दिन 04 दिसंबर को दोपहर 01 बजकर 12 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि 04 दिसंबर दिन शनिवार को प्राप्त हो रही है, इसलिए मार्गशीर्ष अमावस्या उस दिन ही है।
सुकर्मा योग में मार्गशीर्ष अमावस्या 2021
मार्गशीर्ष अमावस्या 2021 के दिन सुकर्मा योग सुबह 08 बजकर 41 मिनट तक है। ऐसे में इस वर्ष की मार्गशीर्ष अमावस्या सुकर्मा योग में है। सुकर्मा योग को मांगलिक कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है।
मार्गशीर्ष अमावस्या 2021 का पंचांग
राहुकाल: सुबह 09 बजकर 35 मिनट से सुबह 10 बजकर 53 मिनट तक।
अभिजित मुहूर्त: दिन में 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 55 मिनट से दोपहर 02 बजकर 37 मिनट तक।
अमृत काल: 04 दिसंबर को रात 12 बजकर 06 मिनट से देर रात 01 बजकर 29 मिनट तक।
सूर्योदय: सुबह 06 बजकर 59 मिनट पर।
सूर्यास्त: शाम 05 बजकर 24 मिनट पर।
चंद्रोदय: इस दिन इसका समय प्राप्त नहीं है।
चन्द्रास्त: शाम 05 बजकर 26 मिनट तक।
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