- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- चैत्र नवरात्रि पर बन...

x
इस बार चैत्र नवरात्रि पर्व की शुरुआत ही बेहद शुभ योग में हो रही है
हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत बड़ा महत्व है. हिंदू वर्ष में 4 बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. इनमें से 2 गुप्त नवरात्रि होती हैं और 2 प्रत्यक्ष नवरात्रि होती हैं. हिंदू नववर्ष की शुरुआत ही चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से होती है, जो कि इस बार 22 मार्च से हैं. चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू होंगी और 30 मार्च को रामनवमी के दिन समाप्त होंगी. इस बार चैत्र नवरात्रि के पहले ही दिन बेहद शुभ संयोगों का दुर्लभ संयोग बन रहा है, जिससे यह समय मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए और भी खास हो गया है.
शुभ संयोग
इस बार चैत्र नवरात्रि पर्व की शुरुआत ही बेहद शुभ योग में हो रही है. चैत्र प्रतिपदा तिथि की शुरुआत ब्रह्म योग में हो रही है. साथ ही शुक्ल योग भी बनेगा. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी कि प्रतिपदा तिथि पर ब्रह्म योग सुबह 9 बजकर 18 मिनट से शुरू हो जाएगा जो कि 23 मार्च तक रहेगा. वहीं इससे पहले 21 मार्च को सुबह 12 बजकर 42 मिनट से शुरू होकर 22 मार्च तक शुक्ल योग रहेगा. फिर ब्रह्म योग के बाद इंद्र योग का निर्माण भी होने जा रहा है. धर्म-ज्योतिष में इन योगों को बेहद शुभ माना गया है. इस दौरान किए गए पूजा-पाठ और उपाय बहुत शुभ फल देंगे.
शुभ मुहूर्त
चैत्र नवरात्रि बुधवार, 22 मार्च 2023 से शुरू हो रही हैं. चैत्र नवरात्रि पर घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 22 मार्च की सुबह 06 बजकर 23 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 32 मिनट तक करीब सवा घंटे का रहेगा. इस दौरान घर में विधि-विधान से घटस्थापना करना मां दुर्गा की अपार कृपा दिलाएगा. जो जीवन में बेशुमार सुख-समृद्धि देता है. इसके साथ ही बेहतर होगा कि इस दिन उपवास भी रखें. साथ ही नवरात्रि के आखिरी दिन हवन और कन्या पूजन करें. इससे मातारानी आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी करेंगी.
Tagsवास्तु दोषवास्तु दोष के उपायवास्तु दोष निवारण के उपायवास्तु शास्त्रवास्तु शास्त्र का ज्ञानवास्तु के नियमवास्तु टिप्सकुछ महत्वपूर्ण वास्तु नियमसनातन धर्महिंदू धर्मभारतीय ज्योतिष शास्त्रज्योतिष शास्त्रVastu DoshaVastu Dosha RemediesVastu ShastraKnowledge of Vastu ShastraRules of VastuVastu TipsSome Important Vastu RulesSanatan DharmaHinduismIndian AstrologyJyotish Shastraजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरRelationship with publicrelationship with public newslatest newsnews webdesktoday's big news

Apurva Srivastav
Next Story