धर्म-अध्यात्म

जन्म से ही चैंपियन होते हैं ये तीन राशि वाले लोग

Tara Tandi
29 April 2021 6:28 AM GMT
जन्म से ही चैंपियन होते हैं ये तीन राशि वाले लोग
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वैदिक ज्योतिष के अनुसार 12 राशियां होती हैं. हर एक व्यक्ति का संबन्ध इनमें से किसी राशि से होता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | वैदिक ज्योतिष के अनुसार 12 राशियां होती हैं. हर एक व्यक्ति का संबन्ध इनमें से किसी राशि से होता है. व्यक्ति का जन्म जिस नक्षत्र में होता है, उसके अनुसार रखे जाने वाले नाम से जो राशि बनती है, उसे जन्म राशि कहा जाता है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जन्म राशि का व्यक्ति के जीवन पर काफी असर डालती है. उसका स्वभाव, गुण और व्यक्तित्व आदि पर उसकी राशि का काफी प्रभाव होता है.

इसी आधार पर तमाम ज्योतिषाचार्य गणना करके व्यक्ति के स्वभाव और उसके व्यक्तित्व से जुड़ी तमाम बातें पहले से ही बता देते हैं. ज्योतिष के अनुसार तीन राशियों को चैंपियन माना जाता है क्योंकि जन्म से ही इनमें नेतृत्व करने वाला गुण होता है. इनका भविष्य तो इनकी परवरिश, संस्कार और वातावरण के अनुसार तैयार होता है, लेकिन ये जहां भी जाते हैं, जिस क्षेत्र से भी जुड़ते हैं, वहां अपना प्रभाव बना लेते हैं और लोगों के बीच इनका रुतबा बना रहता है. आइए जानते हैं इनके गुणों के बारे में.
मेष राशि
मेष राशि का स्वामी मंगल होता है. ये लोग जन्म से ही बेहद ऊर्जावान, दृढ़निश्चयी और इंप्रेसिव होते हैं. ये जहां भी जाते हैं, लोगों के बीच अपनी जगह बना ही लेते हैं. इनमें गजब की लीडरशिप देखने को मिलती है. अपने गुणों की वजह से ही ये जिस क्षेत्र में जाते हैं, वहां उच्च पद हासिल करते हैं. जिस काम को भी ये करने की ठान लें, उसे पूरा करने के बाद ही मानते हैं. कई बार इनका आक्रामक स्वभाव इनकी तरक्की में बाधा बनता है, लेकिन ये कुछ न कुछ तरीके निकालकर उन स्थितियों से पार पा जाते हैं.
सिंह राशि
सिंह राशि का स्वामी सूर्य होता है. ये लोग जन्म से ही तेजस्वी और स्वतंत्र स्वभाव वाले होते हैं. इनके स्वभाव की तुलना एक राजा से की जाए तो गलत नहीं होगा. ये लोग हमेशा उच्च पदों पर ही जाते हैं. ये जिस जगह भी जाते हैं, लोगों का भरोसा बड़ी आसानी से जीत लेते हैं और अपना प्रभुत्व स्थापित कर लेते हैं. इनके विरोधी भी कम नहीं होते, लेकिन ये अपने विरोधियों से बिल्कुल नहीं घबराते. इन्हें समाज में काफी मान सम्मान प्राप्त होता है.
वृश्चिक राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृश्चिक राशि का स्वामी भी मंगल होता है, इस वजह से इनका स्वभाव थोड़ा उग्र होता है. लेकिन ये लोग कड़ी मेहनत करने वाले होते हैं और अपनी मेहनत से लोगों का भरोसा जीतकर अपना प्रभाव बना लेते हैं. ये जिस क्षेत्र से भी जुड़ते हैं, वहां की कमान कुछ ही दिनों में हासिल कर लेते हैं क्योंकि इनमें जन्म से ही नेतृत्व क्षमता का गुण होता है. इस राशि के लोग चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में भी ठोस निर्णय लेने में सहज होते हैं. ये न तो किसी के काम में दखल देते हैं और न ही अपने काम में किसी का दखल बर्दाश्त करते हैं. यदि कोई इनसे पंगा ले, तो ये उसे उसकी जगह दिखाने के बाद ही दम लेते हैं.


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