धर्म-अध्यात्म

करीबी रिश्तों में दरार डाल सकते हैं ये ग्रह

Tara Tandi
2 Jun 2021 9:21 AM GMT
करीबी रिश्तों में दरार डाल सकते हैं ये ग्रह
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ग्रह-नक्षत्रों हमारे जीवन पर प्रभाव डालते हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेसक | ग्रह-नक्षत्रों हमारे जीवन पर प्रभाव डालते हैं। ग्रहों की शुभ स्थिति जातक के जीवन में खुशियां भर सकता है, वहीं ग्रहों के अशुभ स्थान में होने पर कष्टों का सामना करना पड़ता है। धन, तरक्की, व्यापार के अलावा ग्रह-नक्षत्र हमारे रिश्तों पर भी प्रभाव डालते हैं। कुछ ग्रहों के कमजोर या नीच के होने पर रिश्तों में तनाव होता है। ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि अगर ग्रह कमजोर हैं तो रिश्ते भी कमजोर होंगे। अगर रिश्ते कमजोर हैं तो ग्रह भी कमजोर होंगे। जानिए ग्रहों का रिश्तों पर कैसे पड़ता है प्रभाव और किन ग्रहों के कारण रिश्तों में आते हैं उतार-चढ़ाव।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सूर्य को सेहत, यश, ऐश्वर्य और सुख का कारक माना जाता है। सूर्य के जन्म कुंडली में कमजोर या नीच के होने पर अपयश की प्राप्ति होती है। अगर सूर्य कमजोर है तो सेहत पर भी असर पड़ता है। सूर्य का संबंध पिता से भी माना जाता है। इसलिए सूर्य से लाभ के लिए पिता का सम्मान करना चाहिए।
चंद्रमा को ज्योतिष शास्त्र में मन का कारक माना जाता है। चंद्रमा के कमजोर होने पर मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है। इससे पत्नी को कष्ट होता है। माता-पिता का सम्मान करने से चंद्रमा से लाभ मिलता है।
मंगल को संपत्ति और पराक्रम का कारक माना जाता है। मंगल का संबंध छोटे भाई-बहनों से होता है। मंगल से लाभ के लिए छोटे भाई-बहन संग रिश्ते मधुर रखने चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र में बुध को बुद्धि, वाणी और त्वचा का कारक माना जाता है। बुध के कमजोर होने पर बुद्धि पर असर पड़ता है। बुध से लाभ लेने के लिए ननिहाल पक्ष से रिश्ते अच्छे रखने चाहिए।
देवगुरु बृहस्पति की कृपा से विद्या, ज्ञान और समृद्धि मिलती है। गुरु के कमजोर होने पर जातक को बीमारियां घेर सकती हैं। गुरु की कृपा पाने के लिए व्यक्ति को बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को धन-सपंदा और तरक्की का कारक माना जाता है। कुंडली में शुक्र के कमजोर होने पर जीवन से सुख छिन जाता है। शुक्र से लाभ पाने के लिए व्यक्ति को स्त्रियों का सम्मान करना चाहिए।
शनि को रोजगार का कारक माना जाता है। शनि देव की कृपा से नौकरी में तरक्की और सफलता मिलती है। शनि की कृपा पाने के लिए छोटों का सम्मान जरूर करें।
राहु के उच्च स्थान पर होने से व्यक्ति को रातों-रात कामयाबी हासिल हो सकती है। राहु का बुरा प्रभाव व्यक्ति को बर्बाद तक कर सकता है। राहु से लाभ के लिए मांस-मदिरा आदि के सेवन से बचना चाहिए।
केतु से लाभ के लिए भगवान शिव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। मान्यता है कि केतु की कृपा से जीवन में सुखों की प्राप्ति होती है।


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