धर्म-अध्यात्म

हनुमानजी की पूजा में की गई इन गलतियों से झेलना पड़ सकता हैं प्रकोप

Kiran
29 Jun 2023 3:46 PM GMT
हनुमानजी की पूजा में की गई इन गलतियों से झेलना पड़ सकता हैं प्रकोप
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आइये जानते हैं शास्‍त्रों में हनुमानजी की पूजा के बताए गए नियमों के बारे में।
- हनुमानजी की पूजा अगर आप नियमित रूप से करते हैं तो आपको मांसाहार और शराब का त्‍याग कर देना चाहिए। शास्‍त्रों में इस बात का उल्‍लेख मिलता है कि जो व्‍यक्ति हनुमानजी की पूजा करे उसे शाकाहारी चीजों का सेवन करना चाहिए और अच्‍छा आचरण करना चाहिए।
- हनुमानजी की पूजा में चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाता है, मगर तुलसी का प्रयोग अनिवार्य है। रामायण में एक प्रसंग मिलता है कि एक बार सीताजी की रसोई में हनुमानजी भोजन ग्रहण कर रहे थे, लेकिन उनका पेट नहीं भर रहा था। फिर सीता माता ने उन्‍हें एक तुलसी का पत्‍ता खाने को दिया। इसे खाते ही उनका पेट भर गया।
- हनुमानजी की पूजा में कभी भी खंडित मूर्ति का प्रयोग न करें। अगर आपके घर पर रखी हनुमानजी की मूर्ति कहीं से भी जरा सी भी खंडित हो जाए तो ऐसी मूर्ति को शीघ्र ही बदल दें और तभी हनुमानजी की पूजा करें।
- हनुमानजी को बाल ब्रह्मचारी माना जाता है और उन्‍होंने कभी विवाह नहीं किया। इसलिए महिलाओं को विशेष नियमों के साथ उनकी पूजा करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि महिलाओं को सीधे वस्‍त्र या फिर चोला अर्पित नहीं करना चाहिए। यदि आपने किसी प्रकार की मन्‍नत मानी हुई है या फिर आप ऐसा करना चाहती हैं तो आपको पुत्र या पति के माध्‍यम से यह कार्य संपन्‍न करवाना चाहिए।
- मंगलवार और शनिवार के दिन भूलकर भी काले या सफेद कपड़े पहनकर हनुमान जी की पूजा न करें। हनुमान जी को लाल और केसरिया रंग प्रिय है इसलिए इनकी पूजा लाल, केसरिया या पीले वस्त्र में ही करें। साथ ही अगर आप मंगलवार का व्रत करते हैं तो आपको भूलकर भी नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
- मर्यादा पुरुषोत्‍तम भगवान राम को अपना प्रभु मानने वाले हनुमानजी ने सदैव ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए अपना जीवन व्‍यतीत किया। इसलिए जो भी हनुमानजी की पूजा करता है उसे, ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। यहां तक कि विवाहित लोगों को भी जिस दिन हनुमानजी की पूजा हो, उस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
- हनुमानजी की पूजा में साफ-सफाई का विशेष महत्‍व होता है। हनुमानजी की पूजा करने से पूर्व स्‍नान करके और स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण करके बैठना चाहिए। जिस स्‍थान पर पूजा हो, वहां साफ-सफाई का ठीक से ध्‍यान रखना चाहिए।
- अगर आपका मन किसी कारण से पूजा में नहीं लग रहा है या फिर आप किसी वजह से परेशान हैं तो आपको उस दिन हनुमानजी की पूजा नहीं करनी चाहिए। शांत मन से बजरंगबली का नाम जपने से ही आपकी पूजा पूर्ण मानी जाती है और बजरंगबली आपकी पुकार सुनते हैं।
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