धर्म-अध्यात्म

कार्तिक मास में की गई ये गलतियां मां लक्ष्‍मी को कर देती हैं नाराज

Subhi
10 Oct 2022 3:42 AM GMT
कार्तिक मास में की गई ये गलतियां मां लक्ष्‍मी को कर देती हैं नाराज
x
आज 10 अक्‍टूबर से कार्तिक महीना शुरू हो चुका है. भगवान विष्‍णु और मां लक्ष्‍मी के प्रिय महीने में विशेष पूजा, अनुष्‍ठान, स्‍नान और दान करने से पाप नष्‍ट होते हैं. साथ ही जीवन में खूब सुख और समृद्धि बढ़ती है.

आज 10 अक्‍टूबर से कार्तिक महीना शुरू हो चुका है. भगवान विष्‍णु और मां लक्ष्‍मी के प्रिय महीने में विशेष पूजा, अनुष्‍ठान, स्‍नान और दान करने से पाप नष्‍ट होते हैं. साथ ही जीवन में खूब सुख और समृद्धि बढ़ती है. इसके अलावा कार्तिक मास में करवा चौथ, धनतेरस और दिवाली जैसे अहम व्रत-त्‍योहार भी मनाए जाते हैं. इसलिए धर्म-पुराणों में कार्तिक मास को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका जरूर पालन करना चाहिए. साथ ही कुछ कामों को वर्जित बताया गया है इसलिए ये काम नहीं करने चाहिए वरना मां लक्ष्‍मी नाराज होकर कंगाल कर सकती है.

पवित्र कार्तिक मास में न करें ये काम

कार्तिक मास में स्‍नान, दान, पूजा-पाठ, भोजन और दिनचर्या को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं. इन नियमों का पालन जरूर करना चाहिए.

कार्तिक मास चातुर्मास का आखिरी और चौथा महीना होता है. इस महीने में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. अपनी इंद्रियों पर संयम रखना चाहिए और गलत विचार भी मन में नहीं आने देना चाहिए.

कार्तिक महीने में देर तक नहीं सोना चाहिए बल्कि ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्‍नान करना चाहिए.

कार्तिक मास में लहसुन, प्‍याज, नॉनवेज जैसी तामसिक चीजें नहीं खाना चाहिए. कार्तिक महीने में सात्विक भोजन ही करन चाहिए. वरना माता लक्ष्‍मी नाराज हो सकती हैं.

कार्तिक मास में जमीन में सोना चाहिए. इससे भगवान प्रसन्‍न होते हैं.

कार्तिक मास में घर में तामसिक चीजें लाना भी वर्जित बताया गया है वरना मां लक्ष्‍मी ऐसे घर से चली जाती हैं और कभी वहां वास नहीं करती हैं. मां लक्ष्‍मी का जाना जीवन में गरीबी का आना है.

कार्तिक मास में किसी महिला का अपमान न करें. वैसे कभी भी महिला का अपमान नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्‍मी नाराज हो जाती हैं.


Next Story