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दिसंबर माह में ये व्रत और त्योहार आने वाले हैं, देखिए पूरी लिस्ट

Bhumika Sahu
30 Nov 2021 4:36 AM GMT
दिसंबर माह में ये व्रत और त्योहार आने वाले हैं, देखिए पूरी लिस्ट
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अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार दिसंबर साल का आखिरी महीना है. हर माह की तरह इस माह में भी तमाम व्रत और त्योहार पड़ते हैं. ईसाई धर्म का सबसे बड़ा त्योहार क्रिसमस भी इसी माह में 25 दिसंबर को मनाया जाता है. यहां जानिए प्रमुख त्योहारों की लिस्ट.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साल 2021 का आखिरी महीना दिसंबर बुधवार से शुरू होने वाला है. इसी के साथ सर्दी के मौसम की भी शुरुआत हो चुकी है. हर माह की तरह इस आखिरी महीने में भी एकादशी, प्रदोष व्रत, अमावस्या, पूर्णिमा, चतुर्थी आदि तमाम व्रत और त्योहार आते हैं. इसी माह ​ईसाई धर्म का सबसे बड़ा त्योहार क्रिसमस भी आता है. इसके हफ्ते बाद ही नए साल की शुरुआत हो जाती है. अगर आप भी इस माह के तमाम त्योहारों का इंतजार कर रहे हैं, तो यहां जानिए खास त्योहारों की पूरी लिस्ट.

मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत (2 दिसंबर, गुरुवार)
महाशिवरात्रि साल में एक ही बार पड़ती है, लेकिन मासिक शिवरात्रि का पर्व प्रत्येक माह में आती है. ये माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन मनाई जाती है. इसे सभी मनोकामनाओं को सिद्ध करने वाला व्रत माना जाता है. इसके अलावा प्रदोष का व्रत हर महीने में दो बार त्रयोदशी तिथि पर रखा जाता है. एक कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में. ये व्रत भी एकादशी की तरह ही काफी अच्छा माना जाता है. दिसंबर के महीने में कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि, दोनों एक ही दिन पड़ेंगे. यानी 2 दिसंबर को रखे जाएंगे.
मार्गशीर्ष अमावस्या (4 दिसंबर, शनिवार)
शास्त्रों में सभी अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है. मार्गशीर्ष मास की अमावस्या तिथि 4 दिसंबर को है. इस दिन पितरों का कर्मकांड करना, पवित्र नदियों में स्नान करना, अपनी यथाशक्ति के अनुसार दान करना बेहद शुभ फलदाई होता है.
मोक्षदा एकादशी (14 दिसंबर, मंगलवार)
दिसंबर माह में शुक्ल पक्ष में आने वाली मोक्षदा एकादशी 14 दिसंबर को पड़ेगी. एकादशी व्रत को मोक्षदायी माना जाता है. ये व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है. मान्यता है कि इस व्रत को रखने से परमधाम की प्राप्ति होती है.
प्रदोष व्रत, शुक्ल पक्ष (16 दिसंबर, गुरुवार)
इस महीने का दूसरा प्रदोष व्रत 16 दिसंबर को पड़ेगा. खास बात ये है कि इस माह के दोनों ही प्रदोष गुरुवार के दिन पड़ रहे हैं. दिन के हिसाब से इस व्रत का महत्व भी अलग अलग होता है. भगवान शिव को समर्पित होता है. ये व्रत महादेव को अति प्रिय है. इसी दिन धनु संक्रांति भी है. हिंदू सौर कैलेंडर के अनुसार इसी दिन सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है और नौवें महीने की शुरुआत हो जाती है.
मार्गशीर्ष पूर्णिमा (19 दिसंबर, रविवार)
मार्गशीर्ष माह के दौरान शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली पूर्णिमा को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. इस दिन लोग व्रत करते हैं, साथ ही पवित्र नदियों में स्नान और दान आदि का भी विशेष महत्व है.
संकष्टी चतुर्थी (22 दिसंबर, बुधवार)
इस माह की संकष्टी चतुर्थी 22 दिसंबर को बुधवार के दिन होगी. ये व्रत भगवान गणेश को समर्पित है. इसे रखने से जीवन के सारे कष्ट और बड़े से बड़ा संकट दूर हो जाता है.
क्रिसमस डे (25 दिसंबर, शनिवार)
ईसाई धर्म का सबसे बड़ा त्योहार क्रिसमस डे हर साल दिसंबर के महीने में 25 तारीख को रखा जाता है. इसका ईसाई समुदाय से जुड़े लोगों को विशेष इंतजार होता है. इस दिन को ईसाह मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इसे बड़ा दिन भी कहा जाता है.
सफला एकादशी (30 दिसंबर, गुरुवार)
पौष मास के कृष्ण पक्ष के दौरान आने वाली एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं. ये एकादशी 30 दिसंबर को होगी. इस व्रत को रखने से भगवान विष्णु के आशीर्वाद से भक्त के सारे मनोरथ सिद्ध होते हैं.


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