धर्म-अध्यात्म

श्री गणेश के 'वक्रतुंड महाकाय' मंत्र के जाप से मिलने ये अनगिनत लाभ

SANTOSI TANDI
20 Sep 2023 7:24 AM GMT
श्री गणेश के वक्रतुंड महाकाय मंत्र के जाप से मिलने ये अनगिनत लाभ
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मिलने ये अनगिनत लाभ
हिन्दू धर्म में गणेश जी को बुद्धि का देवता माना जाता है। प्रथम पूज्य गणेश जी की पूजा से न सिर्फ घर में सुख-समृद्धि और शुभता आती है बल्कि व्यक्ति के व्यक्तित्व में भी निखार आता है।
हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स का कहना है कि श्री गणेश के मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को प्रखर बुद्धि और तेज याददाश्त का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा, और भी कई ऐसे लाभ हैं जिनसे आप अनभिज्ञ हैं।
तो चलिए जानते हैं गणेश जी के उस मंत्र, मंत्र के अर्थ और उस मंत्र के जाप से मिलने वाले लाभों के बारे में।
वक्रतुण्ड महाकाय मंत्र
वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघनम कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा।।
वक्रतुण्ड महाकाय मंत्र का अर्थ
वक्रतुण्ड महाकाय का अर्थ है घुमावदार सूंड और विशाल शरीर, सूर्यकोटि समप्रभ का अर्थ है एक लाख सूर्यों के समान, निर्विघनम कुरु मे देव का अर्थ है बिना किसी बाधा के और सर्वकार्येषु सर्वदा का अर्थ है हर कार्य शुभता के साथ संपन्न होना।
यानी कि इस मंत्र का अर्थ हुआ हे गणेश (कौन हैं गणेश जी के बेटे और पोते) भगवान जिनकी सूंड घुमावदार है, जिनका शरीर विशाल है और जिनका तेज एक लाख सूर्यों के समान है, मेरी कामना है कि आप मेरे सभी काम बिना किसी बाधा के शुभता के साथ पूरे करें।
यह मंत्र एक मात्र ऐसा मंत्र है जिसका प्रयोग किसी भी देवी-देवता के पूजा-पाठ, अनुष्ठान, शुभ कार्य आदि में हमेशा होता है। इसी कारण से श्री गणेश का ये मंत्र अचूक माना जाता है।
वक्रतुण्ड महाकाय मंत्र जाप का लाभ
शास्त्रों के अनुसार, इस मंत्र का महत्व न सिर्फ धार्मिक बल्कि आयुर्वेदिक दृष्टि से भी अधिक है।
आयुर्वेद में इस बात का उल्लेख मिलता है कि इस मंत्र का अगर रोजाना ध्यान लगाकर मात्र 5 मिनट के लिए भी जाप किया जाए तो इससे याददाश्त तेज होती है।
आयुर्वेद इस बात को मानता है कि इस मंत्र की मूल ऊर्जा व्यक्ति को मानसिक रोगों से बचाती है और स्ट्रेस, डिप्रेशन, भूलने की बीमारी आदि समस्याओं से छुटकारा भी दिलाती है।
यह मंत्र भय, शंका, निराशा आदि दुर्भावनाओं को भी नष्ट करता है और व्यक्ति के मन-मस्तिष्क में सकारात्मकता का संचार करता है। वहीं, धार्मिक दृष्टि के अनुसार, इस मंत्र के जाप से गणेश जी के साथ साथ मां सरस्वती (मां सरस्वती और मां लक्ष्मी का भयंकर विवाद) की कृपा भी प्राप्त होती है।
तो ये था श्री गणेश का वो मंत्र जिसके निरंतर जाप से आप कुशाग्र बुद्धि और तेज याददाश्त पा सकते हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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