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ये हैं घर में धनात्मक ऊर्जा को Invite करने के कुछ आसान तरीके
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनाने से लेकर सजाने तक कौन सी दिशा में क्या होना चाहिए ? इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। न केवल वास्तु ग्रंथों बल्कि भवन भास्कर और विश्वकर्मा प्रकाश सहित अन्य बहुत सारे ग्रंथों में इसका उल्लेख मिलता है। जिस घर में वास्तुदोष नहीं होता, वहां के पारिवारिक सदस्य हमेशा सुखी रहते हैं। एक आदर्श मकान का मेनगेट पूर्व अथवा उत्तर दिशा में होना चाहिए और ढलान पूर्व, उत्तर या पूर्व-उत्तर (ईशान कोण) की और होनी शुभ मानी गई है। घर के मुख्य द्वार पर स्वस्तिक बनाकर शुभ-लाभ का चिह्न बनाना धनात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।वास्तु में घर के प्रवेश द्वार पर तुलसी का पौधा लगाना बहुत शुभ माना जाता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। इसे पूर्व दिशा में रखना चाहिए लेकिन आप इसे उत्तर या उत्तर-पूर्व में खिड़की के पास भी रख सकते हैं।
वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर कभी भी शू स्टैंड नहीं रखना चाहिए। अगर आपके पास जगह नहीं है और घर के मुख्य द्वार पर शू स्टैंड रखना मजबूरी है तो इसे कभी खुला न रखें। इसे पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।
घर में दीवार घड़ियां पूर्व, पश्चिम और उत्तर दिशा में लगानी चाहिए। इन दिशाओं में दीवार घड़ी लगाने से नए अवसर प्राप्त होते हैं। ध्यान रखें कि दीवार पर कभी बंद घड़ी न लगी रहने दें। हरे रंग की दीवार पर घड़ियों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
घर की नेमप्लेट हमेशा साफ-सुथरी होनी चाहिए। वास्तु के अनुसार चमकदार नेमप्लेट लगाने से व्यक्ति को कार्य में नए अवसर मिलते रहते हैं।
दक्षिण और पश्चिम दिशा की दीवारों के साथ भारी फर्नीचर रखना चाहिए जबकि हल्का फर्नीचर उत्तर और पूर्व की दीवारों से सटा हुआ रखना चाहिए।