धर्म-अध्यात्म

हथेली के ये 4 चिन्‍ह बनाते हैं की कितना भाग्‍यशाली है आप

Ritisha Jaiswal
19 May 2021 4:46 AM GMT
हथेली के ये 4 चिन्‍ह बनाते हैं की कितना भाग्‍यशाली है आप
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हाथ की रेखाओं से कई बातों का पता चलता है. आज रेखाओं से बनी उन आकृतियों के बारे में बात करते है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हाथ की रेखाओं से कई बातों का पता चलता है. आज रेखाओं से बनी उन आकृतियों के बारे में बात करते हैं, जिनके होने से व्‍यक्ति पर पूरी जिंदगी मां लक्ष्‍मी की कृपा बरसती है. सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार हाथ में कुछ खास चिन्‍हों का होना बताता है कि व्‍यक्ति के पास अपार धन-संपदा रहेगी, साथ ही उसे हर काम में सफलता मिलेगी हथेली में तराजु, त्रिशूल, कमल और स्‍वास्तिक जैसी आकृति का होना बहुत शुभ होता है आइए जानते हैं कि कौनसी आकृति कैसा लाभ देती है.

त्रिशूल की आकृति: त्रिशूल को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस व्‍यक्ति के हाथ की रेखाओं से त्रिशूल जैसी आकृति बने उस पर हमेशा भगवान शिव की कृपा बनी रहती है उसके सारे कार्य सफल होते है इन लोगों के जीवन में हमेशा सुख-सौभाग्य बना रहता है
तराजू की आकृति: हथेली में तराजू जैसी आकृति का होना बहुत ही शुभ माना जाता है हथेली में तराजू जैसा चिन्‍ह होना इस बात का संकेत देता है कि व्यक्ति के जीवन में कभी पैसों की कमी नहीं होगी देवी मां की कृपा से उसके पास धन-दौलत और परिवार की खुशियां हमेशा रहेंगी
कमल जैसी आकृति: जिस व्यक्ति के हाथों में कमल जैसा चिन्ह या आकृति हो वह व्‍यक्ति बहुत भाग्‍यशाली होता है. उसके ऊपर भगवान की कृपा बनी रहती है. मां लक्ष्मी को भी कमल का फूल अति प्रिय है अत जिस व्यक्ति के हाथ में कमल की आकृति बनी होती है, उसकी आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी होती है. इनका ऐश्‍वर्य और वैभव कायम रहता है. साथ ही ऐसे व्यक्ति में अच्छे वक्ता और नेतृत्व करने के गुण भी होते है
स्वास्तिक का चिन्ह: सनातन धर्म और भारतीय संस्‍कृति में स्वास्तिक के चिन्ह का बहुत महत्व है. घर में कोई शुभ काम हो, विवाह हो या नया वाहन खरीदा गया हो, इन कामों में स्वास्तिक का चिन्ह बहुत अहमियत रखता है. लिहाजा घर के मुख्‍य दरवाजे, मंदिर, वाहनों पर स्‍वास्तिक का चिन्‍ह बनाया जाता है. जिन लोगों की हथेली में स्वास्तिक का चिन्ह बना होता है, वो लोग धन-दौलत के मामले में हमेशा सुखी रहते हैं. साथ ही वे समाज में भी बहुत सम्मान पाते हैं.


Ritisha Jaiswal

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