धर्म-अध्यात्म

सप्ताह के हर दिन के लिये है विशेष भगवान

Kiran
26 Jun 2023 11:49 AM GMT
सप्ताह के हर दिन के लिये है विशेष भगवान
x
मनुष्य की अनेक इच्छाएं होती हैं जिन्हें वह पूरा करना चाहता है। हमारे धर्म शास्त्रों में मनोकामनाएं पूरी करने के लिए अनेक उपाय बताए गए हैं। उसी के अनुसार सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग देवताओं के पूजन का विधान बताया गया है जिनसे मनचाहे फल की प्राप्ति संभव है। इस दिन उस विशिष्ट देवता की पूजा करने से बहुत सी समस्याओं का हल होता है। चलिए हम आपको आज ये बताते हैं कि सप्ताह के कौन से दिन किस भगवान को समर्पित हैं और उस दिन उनकी पूजा-अर्चना करने से क्या फल मिलता है।
# रविवार
रविवार अर्थात भगवान सूर्य का दिन, इस दिन लोग सूर्यनारायण की आराधना करते हैं। रविवार के दिन व्रत रखने वाले लोग पूरे दिन में ना तो घी-तेल खाते हैं न ही नमक का स्वाद लेते हैं। इस दिन लाल रंग के वस्त्र पहनने से फायदा मिलता है और साथ ही पूजा के दौरान लाल चंदन का टीका लगाकर सूर्य देव को लाल फूल प्रस्तुत किए जाएं तो बहुत फायदेमंद साबित होता है।
# सोमवार
सोमवार को भगवान को शिवजी का दिन माना जाता है। इस दिन भगवान शिवजी की पूजा की जाती है। उनकी पूजा करने से समाज में मान-सम्मान बढ़ता है। ज्योतिषियों का कहना है कि जो लोग भगवान शिवजी का व्रत करते हैं उन पर शिवजी की कृपा रहती है।
# मंगलवार
मान्यताओं के मुताबिक हनुमान जी का जन्म मंगलवार को हुआ था इसलिए इस दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है। इसके साथ ही मंगलवार को रोग की शांति के लिए काली मां की पूजा करके उड़द, मूंग और अरहर की दाल से युक्त भोजन ब्राह्मण को कराने से लाभ मिल सकता है।
# बुधवार
हिन्दू धर्म परंपराओं में बुधवार का दिन सभी सुखों का मूल बुद्धि के दाता भगवान श्री गणेश की उपासना का दिन है। बुधवार को श्री गणेश पूजा का बैचेनी, व्यग्रता और कष्टों से निजात पाने के लिए विशेष महत्व है।
# गुरुवार
बृहस्पतिवार का दिन भगवान विष्णु और उनके अवतारों को समर्पित है, इस दिन दूध, दही, घी से पूजा की जाती है। इस दिन सिर्फ एक ही बार भोजन किया जाता है और वो भी दूध उत्पादों से बना। बृहस्पतिवार का दिन बृहस्पति ग्रह को प्रसन्न करने के लिए एक अच्छा दिन है, इसे सभी ग्रहों का गुरु भी कहा जाता है। यही वजह है कि कुछ स्थानों पर बृहस्पतिवार को गुरुवार भी कहा जाता है।
# शुक्रवार
शुक्रवार के दिन को संतोषी मां का दिन माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ मां दुर्गा की पूजा भी की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन घर की महिलाएं पूजा करती है तो ये शुभ होता है। घर धन धान्य से भर जाता है।
# शनिवार
शनिवार अकाल मृत्यु का निवारण करने वाला है। इस दिन शनिदेव के साथ ही भगवान रुद्र की पूजा करें। तिल से होम कर जरुरतमंदों को दान करें और ब्राह्मणों को तिल मिश्रित भोजन कराएं।
Next Story