- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- वास्तु शास्त्र में भी...
धर्म-अध्यात्म
वास्तु शास्त्र में भी है 'ब्राह्मी' का खासा महत्व, आइए जानते हैं इसे उपयोग करने से क्या क्या लाभ होते हैं
Shiddhant Shriwas
22 May 2022 9:52 AM GMT
x
ब्राह्मी का प्रयोग निराशावादियों को भी आशावान बना देता है। उन्माद में भी ब्राह्मी अच्छा काम कर राहत पहुंचाती है। और तो और इसके प्रयोग से बच्चों का तुतलाना भी नहीं रहता। माना जाता है कि मिर्गी, हिस्टीरिया का इलाज भी ब्राह्मी से संभव है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हमारे हिंदू धर्म में कई ऐसी चीज़ों का वर्णन किया गया है, जिनका महत्व न केवल धार्मिक दृष्टि से है बल्कि उन्हें अपने जीवन में अपनाता है तो कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। इन्हीं में से एक है ब्राह्मी। बताया जाता है ब्राह्मी सुगमता से उपलब्ध हो जाने वाली एक ऐसी बूटी है जो अनेक रोगों का उपचार भी है।तो आइए जानते हैं इसे उपयोग करने से क्या क्या लाभ होते हैं।
चूंकि यह बुद्धिवर्धक है इसलिए कमजोर बुद्धि वाले बच्चों को जरूर दी जानी चाहिए। ब्राह्मी के पत्तों को छाया में सुखाकर इस्तेमाल किया जा सकता है। मस्तिष्क को शांत रखने, शक्ति प्रदान करने के लिए प्रयोग करने वाले ब्राह्मी को एक पौष्टिक टॉनिक मानते हैं। जिन्हें अनिद्रा की शिकायत रहती है उनके लिए यह अचूक दवा मानी गई है। वास्तु शास्त्र के अनुसार ब्राह्मी चूर्ण तो वर्षों की पुरानी अनिद्रा से छुटकारा दिला सकता है। इसके लिए ब्राह्मी के ताजा 20 पत्ते लें। इन्हें गाय के दूध में धोएं। छान कर रोगी को पिला दें। यदि आप यह प्रयोग 7 दिनों तक करते हैं तो नींद न आने की समस्या से काफी राहत मिलेगी। इसके अलावा ब्राह्मी का तेल भी अच्छा माना जाता है। इस तेल को लगाने से मस्तिष्क को अच्छी तरावट मिलती है तथा खुश्की नहीं रहती। इससे स्नायु कोषों (हड्डियों को आपस में जोड़ने वाले लिगामेंट) को पोषण मिलता है।
ब्राह्मी का प्रयोग निराशावादियों को भी आशावान बना देता है। उन्माद में भी ब्राह्मी अच्छा काम कर राहत पहुंचाती है। और तो और इसके प्रयोग से बच्चों का तुतलाना भी नहीं रहता। माना जाता है कि मिर्गी, हिस्टीरिया का इलाज भी ब्राह्मी से संभव है।
डायबिटीज से रक्षा : यह टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। इसमें 'एंटी-डायबिटिक' गुण होते हैं जो शुगर को नियंत्रित कर डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं।
दिल की सेहत के लिए : यह एक ऐसी जड़ी-बूटी है जिसको दिल की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें 'एंटी-ऑक्सीडैंट' और 'एंटी-इंफ्लामेटरी' गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन दिल को मजबूत रखने में मदद कर सकता है।
तनाव से राहत : यह एक ऐसी जड़ी-बूटी है जिसमें 'एडाप्टोजेन' तत्व भी पाए जाते हैं। ये तत्व तनाव, थकान, घबराहट को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
कफ से आराम : अगर आप कफ की समस्या से परेशान हैं तो भी इसका सेवन कर सकते हैं। ब्राह्मी के चूर्ण का इस्तेमाल करने से कफ की समस्या को दूर किया जा सकता है।
Next Story