धर्म-अध्यात्म

इन चीजों के बिना अधूरी है होलिका दहन की पूजा

Apurva Srivastav
4 March 2023 6:59 PM GMT
इन चीजों के बिना अधूरी है होलिका दहन की पूजा
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इस बार होलिका दहन 7 मार्च को है. पंचांग के मुताबिक, होलिका

सनातन धर्म में होली के पर्व को सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक, फाल्गुन माह की पूर्णिमा को प्रदोष काल में होलिका दहन होता है और इसके अगले दिन चैत्र माह की कृष्ण प्रतिपदा को होली का पर्व मनाया जाता है. होलिका दहन के अवसर पर लोग बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के लिए होलिका जलाते हैं. शास्त्रों के अनुसार, होलिका दहन प्रदोष काल के दौरान पूर्णिमा तिथि को पूरा किया जाता है. इस वर्ष होलिका दहन 7 मार्च (Holika Dahan 2023 Date ) को है और 8 मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा. मान्यता है कि जो इंसान होलिका दहन की विशेष चीजों के साथ पूजा-अर्चना करता है. उसको शुभ फल की प्राप्ति होती है. चलिए हम आपको बताएंगे होलिका दहन की पूजा में किन चीजों को शामिल करना चाहिए. आइए जानते हैं.

होलिका दहन पूजा सामग्री लिस्ट
होलिका दहन की पूजा में रोली, थाली, पुष्प, रोली, बताशे, कच्चा सूत, अक्षत, एक थाली, जटा वाला नारियल, साबुत मूंग, पानी से भरा एक कलश, मीठा प्रसाद, छोटे छोटे उपलों की माला आदि.
होलिका दहन 2023 शुभ मुहूर्त
इस बार होलिका दहन 7 मार्च को है. पंचांग के मुताबिक, होलिका दहन का मुहूर्त शाम 6 बजकर 24 मिनट से 8 बजकर 51 मिनट तक है. होलिका दहन के लिए समय 2 घंटे 27 मिनट है.
होलिका दहन पूजा विधि (Holika Dahan Puja Vidhi)
-होलिका दहन के दिन जहां पर होलिका जलाने के लिए लकड़ी इक्ट्ठी की जाती है वहां जाकर पूजा-अर्चना करें.
-लकड़ी को सफेद धागे या मौली (कच्चा सुत) से तीन या सात बार लपेटें.
-इसके बाद उस पर कुमकुम और फूल आदि चीजें अर्पित कर पूजा-पाठ करें.
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-पूजा के बाद होलिका दहन किया जाता है.
-लोग होलिका की पूजा-अर्चना भी करते हैं. मान्यता के अनुसार, यह सभी के घर में समृद्धि और धन लाती है.
-यह पूजा लोगों को अपने सभी डर से लड़ने की शक्ति भी देती है.
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