धर्म-अध्यात्म

गूलर का वृक्ष भी हिंदू धर्म में काफी पूजनीय है जिससे बनी रहती है धन कुबेर की कृपा

Tulsi Rao
18 Dec 2021 6:52 AM GMT
गूलर का वृक्ष भी हिंदू धर्म में काफी पूजनीय है जिससे बनी रहती है धन कुबेर की कृपा
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देवी-देवताओं के साथ-साथ वृक्षों की पूजा की परंपरा भी सदियों पुरानी है. पीपल, बरगद, तुलसी, बेल, केले का वृक्ष, अशोक, शमी आदि कुछ ऐसे वृक्ष हैं जिन पर देवताओं का वास होता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Dhan Kuber Friday Upay: हिंदू धर्म में देवी-देवताओं के साथ-साथ वृक्षों की पूजा की परंपरा भी सदियों पुरानी है. कहते हैं कि कई वृक्षों में देवताओं और देवी का वास होता है और देवताओं को समर्पित दिन के अनुरूप ही वृक्षों की भी पूजा-अर्चना की जाती है. पीपल, बरगद, तुलसी, बेल, केले का वृक्ष, अशोक, शमी आदि कुछ ऐसे वृक्ष हैं जिन पर देवताओं का वास होता है. इसी तरह एक गूलर का वृक्ष भी हिंदू धर्म में काफी पूजनीय है. गूलकर के पेड़ का संबंध शुक्र ग्रह और धन के देवता कुबेर से होता है.

गूलर के पेड़ को लेकर मान्यता है कि अगर नियमित रूप से इसे जल अर्पित किया जाए, तो शुक्र ग्रह की विशेष कृपा प्राप्त होती है. साथ ही, ऐसा करने से धन कुबरे भी प्रसन्न हो जाते हैं. ये भी माना जाता है कि जीवन में आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है. आइए जानते हैं गुलर से जुड़े इन उपायों के बारे में.
धन कुबेर से है इसके फूल का संबंध
गूलर के फूलों का संबंध धन कुबेर से है. इस फूल से जुड़ी कई रहस्यमयी बातें आज भी प्रचलित हैं. कहा जाता है कि गलूर के फूलों को आजतक कोई नहीं देख पाया है. ऐसा कहा जाता है कि इसके फूल रात में खिलते हैं और फिर सीधा स्वर्ग चले जाते हैं, जमीन पर नहीं गिरते. इसके अलावा, कुछ लोगों का कहना है कि गुलर के फूल धन कुबेर की संपदा हैं. धार्मिक दृष्टि से गूलर के पेड़ का विशेष महत्व है. कहते हैं कि शुक्ल पक्ष के शुक्रवार के दिन गूलर का पौधा लगाना शुभ माना जाता है. इसे नियमित रूप से जल अर्पित करने से जीवन में शुक्र का अनुकूल प्रभाव पड़ता है. इससे आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है और धन कुबेर की कृपा भी बरसती है.
भौतिक सुख प्रदान करता है गूलर का पौधा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह विलासिता और सुख-साधनों का कारक ग्रह है. गूलर का खास उपाय गरीबी दूर करने और भौतिक सुख पाने के लिए भी किया जाता है. कहते हैं कि शुक्रवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को गूलर के वृक्ष की जड़ में चावल की खीर बनाकर रखें. और वृक्ष की पूजा कर भोद लगाएं. इसके बाद इस खीर को खुद खाएं और दूसरों को भी खिलाएं. ऐसा करने से भौतिक सुख की प्राप्ति होती है.
लव मैरिज या घर खरीदने के लिए
अगर आप लव मैरिज करना चाहते हैं या फिर घर या जमीन खरीदना चाह रहे हैं, तो गूलर का ये उपाय बहुत कारगार है. इसके लिए शुक्ल पक्ष के शुक्रवार के दिन गूलर की जड़ को निकाल लें और इसके बाद इसे गंगाजल से शुद्ध करें. इसके बाद मन में अपनी मनोकामना कहकर चांदी के ताबीज में इसे धारण करने से ही कुछ दिनों में परिणाम नजर आने लगेगा.


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