- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- नवरात्रि का दूसरा दिन...
धर्म-अध्यात्म
नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित है, जानें पूजा विधि और महत्त्व
Apurva Srivastav
9 April 2024 6:51 AM GMT
x
नई दिल्ली : नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्माचरिणी की पूजा का विधान है. मां दुर्गा की नव शक्तियों का दूसरा स्वरूप माता ब्रह्मचारिणी का है. ब्रह्मचारिणी (Navratri 2nd Day 2024) का अर्थ, ब्रह्म का अर्थ होता है तपस्या और चारिणी का अर्थ आचरण से है, यानी ये देवी तप का आचरण करने वाली हैं. पौराणिक ग्रंथों के अनुसार ये हिमालय की पुत्री थीं तथा नारद के उपदेश के बाद भगवान (Chaitra Navratri 2024) शिव को पति के रूप में पाने के लिए इन्होंने कठोर तप किया. जिस कारण इनका नाम तपश्चारिणी अर्थात् ब्रह्मचारिणी पड़ा. मां का यह रूप काफी शांत और मोहक है. माना जाता है कि जो भक्त मां के इस रूप की पूजा करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है. मां का यह स्वरूप आपको ब्रह्मचर्य का पालन करने के लिए प्रेरित करता है. तो चलिए जानते हैं मां ब्रह्मचारिणी भोग रेसिपी और मंत्र.
मां ब्रह्मचारिणी का स्वरुप
मां ब्रह्मचारिणी (Maa Brahmcharini) स्वेत वस्त्र पहने दाएं हाथ में अष्टदल की माला और बांए हाथ में कमण्डल लिए हुए सुशोभित है. तप, त्याग और शक्ति की देवी हैं मां ब्रह्माचरिणी.
नवरात्रि के दूसरे दिन करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है. माता को शक्कर से बनी चीजें काफी प्रिय हैं. आप माता को शक्कर से बनी इस चीज का भोग लगा सकते हैं. पूरी रेसिपी के लिए यहां क्लिक करें.
माता ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि-
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने के लिए इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर साफ कपड़े पहनें. इसके बाद मंदिर को अच्छे से साफ करें. देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करते समय सबसे पहले हाथों में एक फूल लेकर उनका ध्यान करें और प्रार्थना करें. इसके बाद देवी को पंचामृत स्नान कराएं, फिर अलग-अलग तरह के फूल,अक्षत, कुमकुम, सिन्दुर, अर्पित करें. देवी को सफेद और सुगंधित फूल चढ़ाएं. इसके अलावा कमल का फूल भी देवी मां को चढ़ाएं.
माता ब्रह्मचारिणी के मंत्र
या देवी सर्वभेतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता.
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
दधाना कर मद्माभ्याम अक्षमाला कमण्डलू.
देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमाः
Tagsनवरात्रिदूसरा दिनमां ब्रह्मचारिणी समर्पितपूजा विधिमहत्त्वNavratrisecond daydedicated to Maa Brahmacharinimethod of worshipimportanceजनता से रिश्ता न्यूज़जनता से रिश्ताआज की ताजा न्यूज़हिंन्दी न्यूज़भारत न्यूज़खबरों का सिलसिलाआज की ब्रेंकिग न्यूज़आज की बड़ी खबरमिड डे अख़बारJanta Se Rishta NewsJanta Se RishtaToday's Latest NewsHindi NewsIndia NewsKhabron Ka SilsilaToday's Breaking NewsToday's Big NewsMid Day Newspaperजनताjantasamachar newssamacharहिंन्दी समाचार
Apurva Srivastav
Next Story