- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- मकर लग्न के जातकों को...
धर्म-अध्यात्म
मकर लग्न के जातकों को भोजन के बाद आराम के सिवाय कुछ नहीं भाता, धारण कर सकते हैं ये रत्न
Renuka Sahu
18 May 2022 1:40 AM GMT
x
फाइल फोटो
मकर लग्न वाले लोग समझदार होते हैं, देखा गया है इस लग्न वालों की लंबाई प्रायः सामान्य से कुछ ज्यादा ही होती है, बेहतरीन भोजन के बहुत शौकीन होते हैं, इनका कर्म क्षेत्र जिस विषय में होता है, उस विषय को यह बहुत अच्छी तरह से समझ लेते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मकर लग्न वाले लोग समझदार होते हैं, देखा गया है इस लग्न वालों की लंबाई प्रायः सामान्य से कुछ ज्यादा ही होती है, बेहतरीन भोजन के बहुत शौकीन होते हैं, इनका कर्म क्षेत्र जिस विषय में होता है, उस विषय को यह बहुत अच्छी तरह से समझ लेते हैं. ये लोग अपने जीवन का ज्यादातर समय ऑफिस में ही गुजार देते हैं. जीवन में अनेक कठिनाइयां आती हैं लेकिन यह उनका डटकर सामना करते हैं और विजयी भी होते हैं. इस लग्न वालों के साथ न भूलने की खास बात होती है, अगर कोई व्यक्ति इनको हानि पहुंचाता है तो उसको ये कभी भूलते नहीं हैं. यह गलतियां दोबारा कम करते हैं. अपने आपको परिस्थिति के अनुसार बदल लेते हैं. धन के मामले में हमेशा गणित लगाते रहते हैं. अपने धन को योजनाबद्ध तरीके से खर्च करते हैं
मकर लग्न वालों को बहुत भाता है यात्रा करना
मकर का अर्थ है मगर. मगर लगता तो आलसी है लेकिन सदैव अपने लक्ष्य पर निगाह रखता है. इनके हाथों की पकड़ भले ही बहुत अच्छी न हो लेकिन परमात्मा ने मुख और दांत बहुत मजबूत दिए हैं. मगर जिस भी चीज को पकड़ लेता है फिर उसे कोई छुड़ा नहीं सकता है. स्किन मोटी होती है इसलिए संवेदनशील कम होते हैं. मकर राशि कालपुरुष की कुंडली में कर्म भाव में पड़ती है.उत्तराषाढ़ा के तीन चरण, श्रवण के चार चरण और धनिष्ठा नक्षत्र के दो चरण से मिलकर इस राशि का निर्माण हुआ है.
मकर राशि का स्वामी शनि होता है अर्थात इस लग्न वालों का लग्नेश शनि होता है. मकर राशि दक्षिण दिशा की स्वामी और पृथ्वी तत्व की सौम्य राशि है. चर राशि होने के कारण मकर के जातकों को यात्रा करना बहुत भाता है. मकर राशि पर जब मंगल ग्रह आता है तो उच्च का हो जाता है और जब गुरु इस राशि में आता है, तो यह नीच का हो जाता है. मकर स्त्री राशि है तथा पीछे से इसका उदय होने के कारण इसे पृष्ठोदय कहते हैं. यह घुटने पर अपना प्रभाव डालती है. प्रायः देखा गया है कि मकर लग्न के जातक के शरीर का निचला हिस्सा दुबला पतला और निर्बल होता है. मकर वालों को हमेशा अपने पैरों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. इस लग्न वालों की लंबाई प्रायः सामान्य से कुछ ज्यादा ही होती है।
कैसे होते हैं मकर लग्न के लोग?
सभी 12 लग्न के जातकों के बारे में जानने की कड़ी में आज 10 वीं लग्न मकर के बारे में विस्तार से जानते हैं. बता दें कि लोगों में लग्न और राशि को लेकर थोड़ा भ्रम हो जाता है. कुंडली में एक लग्न और एक चंद्र राशि होती है. लग्न काफी सूक्ष्म यानी आत्मा है. जिस व्यक्ति की जो भी लग्न होती है, उसका आत्मिक स्वभाव भी वैसा ही होता है.
कर्मठ और आराम पसंद दोनों ही जबरदस्त होते हैं
इस लग्न वाला व्यक्ति कर्मठ तो होता है लेकिन आराम पसंद भी जबरदस्त होता है. जिस प्रकार मगरमच्छ को भोजन करने के बाद आराम के सिवाय और कुछ नहीं सूझता है, ऐसी ही इस लग्न वाले व्यक्ति की भी प्रवृत्ति होती है. मकर वाला व्यक्ति बहुत उत्साही होता है. यह अपने कर्म से कभी पीछे नहीं हटता है. प्रायः देखा गया है कि इनका सीना और सिर बड़ा होता है. जिन जातकों का सिर बड़ा होता है वह बहुत समझदार होते हैं.
पूरी ईमानदारी से मन लगा कर करते हैं नौकरी
मकर लग्न के जातकों में एक विशेष गुण होता है कि यह जब भी किसी वस्तु को पकड़ लेते हैं तो उसे मगरमच्छ की तरह उदरस्थ कर लेते हैं. कहने का आशय है कि मकर वाला व्यक्ति किसी एक विषय पर महारत हासिल कर लेता है. मकर वालों के लिए शनि का बलवान होना बहुत जरूरी होता है, शनि के बलवान होने से जातक समझदार और नौकरी पसंद होता है. यह अपने मालिक की मन लगाकर ईमानदारी से सेवा करते हैं.
इस लग्न के बच्चों को पढ़ाई में सोच समझकर दिलाएं विषय
इस लग्न वालों का कर्क, तुला, वृष, मकर, कुंभ वाले लोगों से अच्छा प्राकृतिक तालमेल होता है. बेहतरीन भोजन के बहुत शौकीन होते हैं. इनका कर्म क्षेत्र जिस विषय में होता है, उस विषय को यह बहुत अच्छी तरह से समझ लेते हैं. मकर वाला जातक औसत से कहीं ज्यादा समझदार होता है. ये लोग अपने जीवन का ज्यादातर समय ऑफिस में ही गुजार देते हैं. एक बात और मकर लग्न के बच्चों के अभिभावक उन्हें पढ़ने के विषय सोच-समझ कर दिलाएं, अच्छा तो यह है कि मकर वाला बच्चा खुद ही अपना विषय अपनी रुचि के अनुसार चुने.
एक विषय का अध्ययन ही देता है सफलता
एक बात और कि मकर वाले बच्चे को कभी बीच में साइड (संकाय) नहीं बदली चाहिए.मकर वालों को विषय रुचि के हिसाब से न मिले तो उसकी प्रगति नहीं हो पाती है, क्योंकि बीच में साइड चेंज कराना उसके भविष्य के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ होगा. मकर वालों के जीवन में अनेक कठिनाइयां आती हैं लेकिन यह उनका डटकर सामना करते हैं और विजयी भी होते हैं. इस लग्न वालों के साथ न भूलने की खास बात होती है, अगर कोई व्यक्ति इनको हानि पहुंचाता है तो उसको ये कभी भूलते नहीं हैं. यह गलतियां दोबारा कम करते हैं.
उच्चाभिलाषी होते हैं
यह प्रत्येक कार्य सावधानी के साथ करते हैं. अच्छे कर्मों को करने में रुचि रखते हैं. वह अपने अधीनस्थ लोगों से कार्य लेने में बहुत निपुण होते हैं. मकर वाले अपने काम को बहुत रस लेकर करते हैं. मकर वाले व्यक्ति भक्ति भी एक सीमा तक करते हैं, क्योंकि वह मूलतः भौतिकवादी होते हैं. इन्हें सांसारिक सुख में ज्यादा आनंद प्राप्त होता है. अपना काम निकालने के लिए वह कुछ भी कर सकते हैं. वह बहुत उच्चाभिलाषी होते हैं, साथ ही अपने काम के दम पर समूह में प्रमुख स्थान पर पहुंचते हैं. मकर वालों का वैवाहिक जीवन सामान्य ही रहता है.
रणनीति बनाने में सफल रहते
मकर लग्न वाले जातक अपने आपको परिस्थिति के अनुसार बदल लेते हैं. धन के मामले में हमेशा गणित लगाते रहते हैं. अपने धन को योजनाबद्ध तरीके से खर्च करते हैं. मकर वालों के लिए शुक्र ग्रह हमेशा फल देने वाला योगकारी होता है, इस लग्न वालों को हीरा रत्न धारण करना चाहिए. बुध भाग्येश होने के कारण मकर वालों के भाग्य का स्वामी होता है और यदि कुंडली में बुध सही स्थिति में हो तो ऐसे जातक बहुत भाग्यशाली होते हैं. इस लग्न वालों को अपने आत्मबल और कर्मठता को बढ़ाने के लिए नीलम रत्न धारण करना चाहिए. इस लग्न वालों को सूर्य को जल भी देना चाहिए.
Next Story