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धर्म-अध्यात्म
गिनीज बुक रिकॉर्ड में दर्ज है दिल्ली के इस हनुमान मंदिर का नाम
Manish Sahu
23 Sep 2023 10:42 AM GMT
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धर्म अध्यात्म: वैसे तो पूरे भारत को आस्था और श्रद्धा का केंद्र माना जाता है, लेकिन कुछ ऐसी फेमस जगहें हैं, जिनके प्रति लोगों में अटूट आस्था देखने को मिलती है। बता दें कि ऐसा ही एक मंदिर दिल्ली में है। जहां पर हजारों की संख्या में भक्त रोजाना माथा टेकने के लिए आते हैं। कनॉट प्लेस के बाबा खड्ग सिंह मार्ग पर स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में ना सिर्फ दिल्ली के लोग बल्कि विश्व भर से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।
प्राचीन समय से मान्यता होने के कारण यहां इस मंदिर में लोग पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस मंदिर के बारे में कुछ अनोखी जानकारी देने जा रहे हैं।
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मंगलवार को लगता है भक्तों का तांता
हनुमान मंदिर में दर्शन करने के लिए हर मंगलवार श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। मंगलवार के दिन इस मंदिर में भीड़ का यह आलम होता है कि यहां पैर तक रखने की जगह नहीं होती है। इसके अलावा हनुमान जन्मोतस्व के मौके पर भजन संध्या होता है और भंडारे का आयोजन किया जाता है। इस दौरान भक्त मंदिर पहुंचकर प्रसाद जरूर ग्रहण करते हैं।
दर्शन के लिए पहुंचती हैं बड़ी हस्तियां
मंदिर की मान्यता इस कदर है कि यहां पर दर्शन के लिए राजनीति से लेकर बड़ी-बड़ी हस्तियां भी पहुंचती हैं। यह मंदिर महाभारत काल से बाल हनुमान को समर्पित है। इस प्राचीन हनुमान मंदिर में आम और खास लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं। देश के कई दिग्गज नेता, मंत्री और सीएम तक मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
मंदिर में विश्व का सबसे लंबा जाप
बताया जाता है कि इस मंदिर को पांडवों द्वारा स्थापित पांच मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर में 1 अगस्त 1964 से श्री राम, जय राम, जय जय राम मंत्र का जाप लगातार चौबीस घंटे किया जा रहा है। इसी वजह से मंदिर का नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज हो चुका है। कहा जाता है कि यह विश्व का सबसे ज्यादा लंबा जाप है। इस मंदिर की वर्तमान इमारत आंबेर के महाराजा मान सिंह प्रथम ने मुगल शासक अकबर के शासन काल में बनवाया था।
अकबर बन गया था मुरीद
अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान संत तुलसीदास जी ने बाल स्वरुप हनुमान जी के दर्शन किए थे। बताया जाता है कि संत तुलसीदास जी ने यही बैठकर हनुमान चालीसा लिखी थी। जब इस बात की खबर मुगल शासक अकबर को मिली तो उन्होंने तुलसीदास जी को दरबार आने के लिए कहा। जब तुलसीदास मुगल बादशाह अकबर के दरबार पहुंचे तो उनसे चमत्कार दिखाने के लिए कहा। हालांकि यह काम तुलसीदास के लिए मुश्किल था, लेकिन फिर भी उन्होंने कर दिखाया।
तुलसीदास के चमत्कार से खुश होकर सम्राट अकबर ने कनॉट प्लेस में स्थित हनुमान मंदिर के शिखर पर इस्लामी चंद्रमा और किरीट कलश भेंट किया था। जिसके बाद किसी भी मुस्लिम आक्रमणकारी ने फिर कभी भी मंदिर पर हमला नहीं किया। बताया जाता है कि अकबर भी बाल हनुमान के मुरीद हो गए थे। इतनी ही नहीं इस मंदिर में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी दर्शन के लिए पहुंचे थे। बराक ओबामा ने भारत दौरे के दौरान मंदिर में दर्शन किए थे।
ऐसे पहुंचे हनुमान मंदिर
कनॉट प्लेस में स्थित हनुमान मंदिर पहुंचने के लिए आपको राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर उतरना होगा। यह हनुमान मंदिर के पास का मेट्रो स्टेशन है। मेट्रो स्टेशन से मंदिर की दूरी कुछ मीटर की है। जिसे आप पैदल भी कवर कर सकते हैं।
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Manish Sahu
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