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धर्म-अध्यात्म
घर का मुख्य दरवाजा लाता हैं घर में सुख-समृद्धि, वास्तु के इन नियमों का रखें ख्याल
Kiran
10 Jun 2023 4:03 PM GMT
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हर कोई चाहता हैं कि उसके घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहे और सकारात्मकता का संचार हो। ऐसे में घर का मुख्य दरवाजा बहुत महत्व रखता हैं जो घर में सुख-समृद्धि लेकर आता हैं। जी हाँ, वास्तु के अनुसार घर में सकारात्मकता का सबसे बड़ा जरिया घर का मुख्य द्वार ही होता हैं, तो जरूरी हैं कि मुख्य द्वार से जुड़े वास्तुदोष दूर किए जाए। आज इस कड़ी में हम आपको घर के मुख्य दरवाजे से जुड़े वास्तु नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं जो घर में सुख-समृद्धि लाने का काम करेंगे। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
घर का मुख्य द्वार हमेशा दो पल्लों का ही बनवाएं इससे घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती है। घर के स्वामी कr आयु में वृद्धि होती है। अन्य दरवाजों की तुलना में घर का मुख्य द्वार आकार में बढ़ा होना चाहिए। क्योंकि मुख्य दरवाजे से ही हमारे घर में खुशियां आती हैं।
घर के मुख्य द्वार के सामने की जगह हमेशा खुली हुई होनी चाहिए। दरवाजे के सामने किसी भी तरह रूकावट डालने वाली चीज नहीं होनी चाहिए। द्वार के ऊपर कभी भी वृक्ष की छाया नहीं होनी चाहिए। इसका असर घर के सदस्यों के स्वास्थ पर पड़ता है। अगर दरवाजे के सामने अवरोध है तो घर के द्वार पर एक तुलसी का पौधा लगाएं और स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं, जिससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होगा।
घर के द्वार को सजाने के साथ ही द्वार पर एक कालीन यानि पायदान जरूर बिछाना चाहिए, इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, और घर के सदस्यों के आपसी रिश्तें मजबूत होते हैं। घर का मुख्य द्वार घर की सड़क के अनुपात को ध्यान में रखकर बनाना चाहिए जितनी चौड़ाई सड़क की हो दरवाजे को भी उतना बड़ा बनाना चाहिए। घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।
घर का मुख्य द्वार के लिए उत्तर- उत्तर पूर्व या पश्चिम दिशा शुभ मानी गई हैं। एक ही पंक्ति में तीन दरवाजे नहीं होने चाहिए, ये घर की समृद्धि को प्रभावित करते हैं घर के दरवाजे को साफ- सुथरा और सजाकर रखना चाहिए। घर के दरवाजे को आम के पत्तों या अशोक के पत्तों की तोरण बनाकर सजाना चाहिए।
विशेष ध्यान रखें की घर का दरवाजा खोलते समय किसी भी प्रकार की आवाज नहीं होनी चाहिए। दरवाजा आसानी से खुलना और बंद होना चाहिए। दरवाजे के पेंच में हमेशा तेल डालकर रखना चाहिए जिससे आवाज न हो। अगर द्वार खोलते या बंद करते समय किसी भी प्रकार की आवाज होती है तो धन आने में रूकावट आती है।
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