धर्म-अध्यात्म

4 दिसंबर को लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, इसे कहां-कहां देख सकते हैं?

Gulabi
23 Nov 2021 1:26 PM GMT
4 दिसंबर को लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, इसे कहां-कहां देख सकते हैं?
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साल का आखिरी चंद्र ग्रहण बीतने के बाद अब आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण बीतने के बाद अब आखिरी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2021) लगने जा रहा है. ये ग्रहण 4 दिसंबर शनिवार के दिन लगेगा. वैसे तो किसी भी ग्रहण को एक खगोलीय घटना माना जाता है, लेकिन धार्मिक लिहाज से ग्रहण शुभ नहीं होता क्यों​कि इस दौरान सूर्य या चंद्र को राहु द्वारा पीड़ित किया जाता है.
इस कारण ग्रहण के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं​ किया जाता. आमतौर पर सूर्य ग्रहण से करीब 12 घंटे पहले सूतक लग जाते हैं और तमाम कार्यों पर रोक लग जाती है. लेकिन इस बार सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक नहीं लगेंगे क्योंकि ये ये पूर्ण नहीं बल्कि आंशिक सूर्य ग्रहण होगा. इस कारण सूतक के नियम भी मान्य नहीं होंगे.
जानिए किस समय लगेगा सूर्य ग्रहण
जिस दिन सूर्य ग्रहण लगेगा, उसी दिन मार्गशीर्ष मास की अमावस्या तिथि भी होगी. सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर की सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा. ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. इसे सिर्फ अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में देखा जा सकेगा.
कैसे लगता है सूर्य ग्रहण
जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है. इस कारण पृथ्वी पर कुछ क्षण के लिए सूरज की रोशनी ठीक से नहीं आ पाती और अंधेरा सा हो जाता है. इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
तीन तरह का होता है सूर्य ग्रहण
पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse)
जब चंद्रमा अचानक सूर्य के बीच में आकर उसको पूरी तरह से ढक लेता है तो पूर्ण सूर्य ग्रहण कहलाता है.
आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse)
जब चन्द्रमा सूर्य व पृथ्वी के बीच में इस प्रकार आता है कि सूर्य उससे पूरी तरह से नहीं ढक पाता, सिर्फ सूर्य का कुछ हिस्सा ही कवर होता है, तो इस स्थिति को आंशिक सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
वलयाकार सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse)
जब चन्द्रमा पृथ्वी के काफी दूर रहते हुए पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है. ऐसे में सूर्य का सिर्फ मध्य भाग ही ढकता है और सूर्य कंगन की तरह नजर आता है. इसे वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
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