धर्म-अध्यात्म

शिव भक्तों का तांता लगना शुरू, अचलेश्वर महादेव मंदिर की अद्भुत है मान्यता, श्रद्धालुओं की पूरी करते हैं हर मुराद

HARRY
16 July 2022 11:13 AM GMT
शिव भक्तों का तांता लगना शुरू, अचलेश्वर महादेव मंदिर की अद्भुत है मान्यता, श्रद्धालुओं की पूरी करते हैं हर मुराद
x

ग्वालियरः सावन महीने के शुरुआत होते ही जगह-जगह के शिवालयों में शिव भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया है. ग्वालियर के प्रसिद्धि अचलेश्वर महादेव मंदिर में भी श्रद्धालुओं की पूजा अर्चना अभिषेक और बेलपत्र के साथ मनोकामनाओं का सिलसिला शुरू हो गया है. अचलेश्वर महादेव का मंदिर बहुत प्राचीन और बहुत प्राचीन और ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है.

दरअसल वैसे तो अचलेश्वर महादेव मंदिर हर रोज श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, लेकिन यहां सावन मास में लोगों का भक्ति भाव पूरी श्रद्धा भाव के साथ देखने को मिलने लगता है. मंदिर के पुजारी सुदामा शर्मा ने बताया कि मंदिर की महिमा अपरंपरार है. बाबा अचलनाथ यानी अचलेश्वर महादेव मंदिर कितना प्राचीन है. इसका उल्लेख नहीं है. इस मंदिर का ऐतिहासिकता और इतिहास अचल है. इसलिए अचल नाथ के नाम से अचलेश्वर महादेव मंदिर को जाना पहचाना जाता है.
वहीं अचलेश्वर महादेव मंदिर पर पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालु सावन के महीने में अपनी मन्नत है और मनोकामनाएं मांगने के लिए पहुंचते हैं. श्रद्धालुओं की इतनी आस्था है कि वे जो मांगते हैं, वह मुराद उनकी पूरी हो जाती है. सावन माह में अचलेश्वर महादेव मंदिर में दिन भर भक्तों का आना जाना लगा रहता है. भक्त बाबा का जलाभिषेक करके उन पर भांग, धतूरा, बेलपत्र इत्यादि चढ़ाते हैं.
भगवान शिव का यह अनोखा मंदिर है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग को हटाने के लिए बड़े से बड़े राजा महाराजा लगे रहें पर इस शिवलिंग को हिला नहीं सकें. उन्होंने कई हाथियों से इस शिवलिंग को हटाने का प्रयास किया लेकिन हाथियों का बल भी बेकार हो गया. इस शिवलिंग को खोदकर निकालने की कोशिश की गई खोदने के बाद पानी तो निकल गया, लेकिन अचलेश्व महादेव के शिवलिंग का कोई छोर नहीं मिला. ग्वालियर के बीच चौराहे पर स्थित भगवान शिव के इस अद्भुत शिवलिंग को लोग अचलनाथ के नाम से पुकारते हैं.
Next Story