धर्म-अध्यात्म

2022 साल का पहला सूर्य ग्रहण, इस बार क्यों नहीं लग रहा है जानिए सूतक

Teja
30 April 2022 8:43 AM GMT
2022 साल का पहला सूर्य ग्रहण, इस बार क्यों नहीं लग रहा है जानिए सूतक
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आज साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण आज मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आज साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण आज मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा, जो कल सुबह 4 बजकर 8 मिनट तक रहेगा। यह ग्रहण अमावस्‍या के दिन लग रहा है और इस दिन शनिवार भी है। शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्‍या को शनिचरी अमावस्‍या कहते हैं।

सूर्य ग्रहण का दिन और समय
सूर्य ग्रहण का दिन- 30 अप्रैल, 2022
सूर्य ग्रहण का समय- मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से सुबह 4 बजकर 8 मिनट तक।
ये एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा और ना ही इसका सूतक काल माना जाएगा। धार्मिक मान्यता के मुताबिक जो ग्रहण जहां दिखाई नहीं देता, उसका असर भी वहां नहीं पड़ता है। भारत के किसी भी क्षेत्र में ये ग्रहण नहीं दिखेगा। इसलिए इस ग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं होगा।
भारत में नहीं मान्य होगा सूतक काल
आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पूर्व सूतक काल शुरू हो जाता है। इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। आज लगने वाले सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा। क्योंकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। यह ग्रहण उपछाया होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूर्ण ग्रहण होने पर ही सूतक काल मान्य होता है। आंशिक या उपछाया होने पर सूतक नियमों का पालन अनिवार्य नहीं होता है।
वेदों और पुराणों के अनुसार सूतक चार प्रकार के होते हैं। जिनमें से एक ग्रहण का सूतक भी है। कहा जाता है कि ग्रहण का सूतक गंभीर परिणाम देता है। सूर्य और चंद्रमा के ग्रहण के कारण परिवर्तनशील राशियों को छोड़कर सभी पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है। इसलिए सभी को इस समय सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए विशेष दान और पूजा करनी चाहिए।
सूर्यग्रहण पर जरूर करें ये काम
- खाने की बनी हुई चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें। दूध में भी तुलसी डालना न भूलें। तुलसी के पत्ते ग्रहण के समय निकलनेवाली हानिकारक तरंगों से भोजन को दूषित नहीं होने देते।
- आजकल घरों में पीने का पानी भी भरकर रखा जाता है। ऐसे में पीने के पानी में धुलकर साफ किए हुए तुलसी के पत्ते और कुछ बूंदें गंगाजल की मिला दें। इससे यह दूषित नहीं होगा।
- सनातन धर्म में कई कार्यों को सूतक काल के दौरान करने की मनाही है। इस समय में खाना नहीं खाना चाहिए।
- ग्रहण खत्म होने के बाद पूरे घर में झाडू़ लगाकर गंगाजल का छिड़काव करें।
- भगवान के मंदिर को गंगाजल छिड़ककर पवित्र करें और धूप-दीप कर उन्हें भोग अवश्य लगाएं।
- सूर्यग्रहण के साथ-साथ आज शनि अमावस्या भी है इसलिए दान-पुण्य और पूजन करना शुभ रहेगा।
सूर्य ग्रहण पर इन बातों का जरूर रखें ध्यान
- ग्रहण के दौरा भोजन नहीं करना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए।
- ग्रहण के दौरान भगवान का ध्यान करना चाहिए या नाम का जाप करना चाहिए।
- अगले दिन आराम से स्नान-दान कर सकते हैं। इस बार कुछ नियमों का पालन न कर पाएं तो चिंता की बात नहीं है।
- ग्रहण के दौरान शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए।


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