- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- आर्थिक स्थिति और संतान...
x
कल 8 मई को शनि त्रयोदशी है. जिस दिन त्रयोदशी तिथि शनिवार को पड़ती है,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कल 8 मई को शनि त्रयोदशी है. जिस दिन त्रयोदशी तिथि शनिवार को पड़ती है, उसे शनि प्रदोष भी कहा जाता है क्योंकि प्रदोष व्रत हर माह के दोनों पक्षों में त्रयोदशी तिथि को ही रखा जाता है. प्रदोष का दिन भगवान शिव को समर्पित है.
इस दिन तमाम लोग अपनी इच्छापूर्ति के लिए व्रत भी रखते हैं. अगर आप व्रत नहीं रख सकते तो शनि त्रयोदशी के दिन भोलेनाथ के साथ यदि शनिदेव की भी पूजा करें. इससे आपके जीवन में शनि से संबन्धित तमाम कष्ट दूर होंगे. इसके अलावा आप शनि त्रयोदशी के दिन कुछ उपाय करके जीवन की परेशानियों को भी दूर कर सकते हैं. यहां जानिए शनि त्रयोदशी के उपायों के बारे में.
संतान सुख के लिए
यदि आप निःसंतान हैं और संतान कामना की इच्छा रखते हैं तो शनि त्रयोदशी के दिन किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर 11 फूल और 11 बेलपत्र से बनी माला चढ़ाएं. यदि आपकी संतान किसी गंभीर बीमारी से जूझ रही है, शनि त्रयोदशी के दिन एक पत्थर लेकर उसे काले रंग से रंगें और उसे पीपल की जड़ में रख आएं. इसके बाद वहां सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि मंत्र का 108 बार जाप करें.
दरिद्रता दूर करने के लिए
आज रात एक कटोरे में सरसों का तेल भरकर अपने पलंग के नीचे रखें. सुबह उस तेल में पकौड़े बनाकर कुत्तों को खिलाएं. इसके अलावा सरसों के तेल का परांठा या तेल लगी रोटी को काली गाय या काले कुत्ते को खिलाएं. माना जाता है कि इससे घर की गरीबी दूर होती है और आय के नए साधन बनते हैं.
कष्टों से मुक्ति के लिए
अगर आपके जीवन में परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं लेतीं तो शनि त्रयोदशी के दिन एक कटोरे में सरसों का तेल निकालें और उस तेल में अपना चेहरा देखें. फिर वो तेल किसी को दान कर दें. ऐसा करने से जीवन के तमाम कष्ट दूर होते हैं.
मुकदमे से छुटकारे के लिए
अगर आपको किसी ने झूठे मुकदमे में फंसा दिया है तो आप त्रयोदशी के दिन पीपल के पत्ते पर चमेली के तेल लगाकर मंदिर में शिवलिंग को अर्पित करें. इसके बाद 108 बार ओम नमः शिवाय और 108 बार शनि मंत्र ओम शं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः का जाप करें. इससे आपकी परेशानी भी दूर होगी और शनि संबन्धित कष्ट भी कटेंगे.
शादीशुदा जीवन की परेशानियां दूर करने के लिए
यदि आपके शादीशुदा जीवन में कोई परेशानी चल रही है तो आप शनि त्रयोदशी के दिन काली गाय के माथे पर कुमकुम से तिलक लगाएं. इसके बाद उसे बूंदी का लड्डू खिलाएं. फिर उसके दाहिने सींग को अपने हाथ से छूकर आशीर्वाद लें. इससे आपके वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानियों का अंत होगा.
Next Story