धर्म-अध्यात्म

वास्तु शास्त्र के अनुसार करें ये उपाय, कभी नहीं होगी धन की कमी

Tara Tandi
27 Jan 2022 3:37 AM GMT
वास्तु शास्त्र के अनुसार करें ये उपाय, कभी नहीं होगी धन की कमी
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वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर या प्रतिष्ठान वास्तु सम्मत नहीं हैं तो घर में हमेशा नकारात्मक ऊर्जा, गृह क्लेश, आर्थिक परेशानियां और दरिद्रता का वास रहता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वास्तु का संबंध जीवन में सुख, शांति और सकारात्मक रूप से जीवन बीताने के लिए बहुत ही अहम माना गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर या प्रतिष्ठान वास्तु सम्मत नहीं हैं तो घर में हमेशा नकारात्मक ऊर्जा, गृह क्लेश, आर्थिक परेशानियां और दरिद्रता का वास रहता है। वहीं दूसरी तरफ जो घर वास्तु के अनुसार बने हुए होते हैं वहां पर हमेशा सुख और समृद्धि का वास रहता है। इसके अलावा वास्तु नियमों के अनुसार आपके घर में रखी प्रत्येक वस्तु ,घरेलु उपकरण एवं इंटीरियर डेकोरेशन का सामान एक प्रतीक के रूप में कार्य करता है। इसलिए घर में पॉजिटिव माहौल बनाने के लिए जरूरी है कि आपके घर की डेकोरेशन वास्तु नियमों के अनुरूप हो। घर में अलग-अलग जगहों पर रखी गई चीजें हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है।

प्रवेश द्वार
वास्तु में प्रवेश द्वार को बहुत अहम माना गया है। यह घर का आइना होता है, इसे हमेशा साफ-सुथरा रखें। यहां ज्यादा तड़क-भड़क वाली तस्वीरें न लगाकर शुभ प्रतीक चिह्न जैसे स्वास्तिक ,ॐ, कलश, पवनघंटी, शंख, मछलियों का जोड़ा या आशीर्वाद मुद्रा में बैठे गणेश जी लगाना शुभकारक रहता है। फ्रैश अथवा प्लास्टिक की फूल-पत्तियों के तोरण से भी द्वार को सजाया जा सकता है।
पूजा का स्थान
उत्तर-पूर्व पूजा करने के लिए आदर्श स्थान है। इस दिशा में पूजाघर या अपने इष्टदेव की तस्वीर स्थापित करें। ऐसा करने से आपको हमेशा परमात्मा का मार्गदर्शन मिलता रहता है। अपने दिवंगतों की फोटो दक्षिण-पश्चिम में लगाएं। शुभ परिणामों के लिए घर के पश्चिम जोन में आप अपने गुरु की फोटो लगाकर पूजन कर सकते हैं।
घर पर सजावटी चीजों का स्थान
जानवरों की छवियाँ कठोरता,निर्दयता और लालच का प्रतीक मानी जाती है। अतः सज्जा में इनकी अवेहलना की जानी चाहिए।घर में जिन अन्य तस्वीरों को लगाना अनुचित माना गया है वे हैं युद्ध के रक्त रंजित दृश्य,उजाड़ लैंडस्केप,सूखे पेड़ एवं अवसाद फैलाने वाले दृश्य।जिन जानवरों की तस्वीरें लगाना शुभ हैं उनमें घोड़े की तस्वीर लगाना शामिल है घोड़े बलिष्टता,विस्तार,गति और पौरुष बल का प्रतिनिधित्व करते हैं।घोड़े का शोपीस या भागते हुए घोड़ों की तस्वीर पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में लगाने से काम में गति आती है। धैर्य का प्रतीक हाथी की तस्वीर उत्तर या दक्षिण दिशा में लगाने से यश एवं प्रसिद्धि निश्चित प्राप्त होते हैं। शांति और प्रचुरता की प्रतीक गाय को पूर्व,दक्षिण-पूर्व में रखने से दुःख और चिंताएं समाप्त होकर इच्छाओं की पूर्ति होने में मदद मिलती है।
पौधों की दिशा
ड्राइंग रूम में पूर्व या उत्तर में मनीप्लांट,बैम्बू बंच या कोई छोटा इंडोर प्लांट जैसे पौधे रखना सुंदरता के साथ-साथ समृद्धिकारक भी माने गए हैं। हरे-भरे पौधे देखने से मन को सुकून मिलता है,वही तनाव दूर होता है,ख़ुशी महसूस होती है।ध्यान रहे सूखे, कांटेदार और बोन्साई पौधे निराशा के सूचक हैं,इन्हें न लगाएं। घर की उत्तर दिशा की तरफ हरे-भरे जंगल अथवा लहलाती फसलों का चित्र लगाने से एक साथ कई लाभ प्राप्त होते हैं। इससे आपके द्वारा किए गए कार्यों को कीर्ति, प्रतिष्ठा एवं विकास तो मिलता ही है साथ में उन कार्यों से धन का आगमन भी होता है। इसी प्रकार अपने घर के दक्षिण-पश्चिम जोन में पीले रंग का मिटटी का फूलदान रखना स्थायित्व तो प्रदान करता ही है साथ ही बचत को बढ़ावा देता है,आपके स्वास्थ्य और आपसी संबंधों को दुरुस्त बनाता है। वास्तु के अनुसार फूलों की सजावट मन को आनंद प्रदान करती है।नकारात्मक ऊर्जा के सृजन से बचने के लिए गुलदस्ते में रखे फूल,सूखने या मुरझाने लगें तो इन्हें तुरंत हटा देना चाहिए।


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