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15 जून से मिथुन राशि में होंगे सूर्यदेव, जानिए 12 राशियों पर क्या होगा इसका प्रभाव ?
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | सूर्य का मिथुन राशि में गोचर 15 जून 2023 को होगा। सूर्य देव शुक्र की राशि से निकलकर बुध की मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। उनके इस गोचर से सभी 12 राशियों पर प्रभाव होगा। आइए जानते हैं कि आपकी राशि पर इसका क्या प्रभाव होगा?
इस राशि के जातकों के लिए सूर्य पंचम भाव के स्वामी होकर तीसरे भाव में गोचर करेंगे। इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आपके नवम भाव पर होगी। इस भाव में सूर्य के गोचर से आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी और आपके विरोधी परास्त होंगे। इस समय आपको अपने भाग्य का पूरा साथ मिलने वाला है। इस समय की गई यात्राओं से आपको लाभ होगा। सरकारी नौकरी कर रहे जातकों को इस समय तरक्की मिल सकती है। निवेश किया हुआ धन लाभ देने वाला होगा।
इस राशि के जातकों के लिए सूर्य देव दूसरे भाव में गोचर करने वाले है जो की परिवार और वाणी का भाव है। इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आपके अष्टम भाव पर होगी। सूर्य के इस गोचर के कारण आपकी वाणी में थोड़ी तीव्रता आ सकती है। इस समय आपको कोशिश करनी होगी कि आपके रूखे स्वभाव के कारण परिवार में कोई कलह नहीं हो। कोर्ट केस में थोड़ा संभलकर चलना होगा। वाहन सावधानी से चलाना होगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।
कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य देव दूसरे भाव यानी कि परिवार वाणी और कुटुंब के भाव के स्वामी होकर के बारहवें भाव से गोचर करेंगे जो कि विदेश यात्राओं का भाव है। इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आपके छठे भाव पर होगी जो कि शत्रुओं का भाव है। इस भाव में सूर्य के गोचर से आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है। अगर आपको हड्डियों से जुड़ी कोई बीमारी है तो अपने डॉक्टर से उचित परामर्श लेकर ही आगे कार्य करें। इस समय विदेश जाने वाले जातकों को सफलता प्राप्त हो सकती है हालांकि आयात और निर्यात से जुड़े व्यापारी वर्ग को धन की कमी से भी दो-चार होना पड़ सकता है।
इस राशि के जातकों के लिए सूर्य लग्नेश होकर एकादश भाव यानी कि लाभ भाव में गोचर करेंगे। इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आपके पंचम भाव पर होगी। इस भाव में विराजमान सूर्य का गोचर आपके लिए फायदे के नए रास्ते खोलने वाला होगा। इस समय एक से अधिक आय के स्तोत्र सामने आ सकते है। व्यापारी वर्ग के लिए यह समय अति शुभ होगा। इस समय आपको संतान पक्ष से भी कोई अच्छी खबर प्राप्त हो सकती है। शेयर मार्किट से बढ़िया लाभ मिलेगा।
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य देव बारहवें भाव के स्वामी होते हैं और अब उनका गोचर आपके दसवें भाव से होगा। दशम भाव को कर्म और व्यापार का भाव कहा गया है। इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आप के चौथे भाव पर होगी। सूर्य देव के इस गोचर के कारण आपको अपने काम के सिलसिले में विदेश यात्राएं करनी पड़ सकती हैं हालांकि ये यात्राएं आपके लिए थकाने वाली हो सकती हैं लेकिन अंततोगत्वा आपको इनसे लाभ मिलेगा। इस समय जो नौकरी बदलने की सोच रहे हैं उनके लिए अच्छी नौकरी का प्रस्ताव आ सकता है। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए अच्छा समय है। इस समय आप अपनी मां की सेहत को लेकर के थोड़ा परेशान हो सकते हैं।
तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य एकादश भाव यानी के लाभ भाव के स्वामी होते हैं और अब सूर्य का गोचर आपके भाग्य स्थान से होगा। इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आपके तीसरे भाव पर होगी जो कि भाइयों और साहस का भाव है। भाग्य स्थान में सूर्य के गोचर करने से आपको इस समय अपने भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। व्यापारी वर्ग के जातकों के लिए यह समय बहुत ही अच्छा है। इस समय अगर आप चाहें तो अपने व्यापार का विस्तार कर सकते हैं जो स्टार्टअप्स नई निवेश की राह देख रहे थे उनको नया निवेश मिलने की पूरी संभावना है। इस समय आपके पिता के साथ जो मतभेद चल रहे थे वह मतभेद भी पूरी तरीके से खत्म हो जाएंगे। आप को यह सलाह दी जाती है कि आप कोई भी नया काम शुरू करने से पहले अपने गुरुओं का आशीर्वाद अवश्य लें। इस समय भाइयों के साथ भी संबंध मधुर रहेंगे।
इस राशि के जातकों के लिए सूर्यदेव अष्टम भाव में गोचर करने वाले हैं। जोकि आकस्मिक घटनाओं का भाव है। इस भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आपके धन भाव पर होगी। सूर्य के इस गोचर काम में धन के लेनदेन में आपको सावधानी रखनी होगी। सरकारी नौकरी कर रहे जातकों को कोई दंड मिल सकता है। इस समय आप थोड़े नकारात्मक हो सकते है लेकिन योग और प्राणायाम से आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी। इस समय शेयर मार्किट में ध्यान से पैसा लगाएं।
धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य देव भाग्य स्थान के स्वामी होते हैं और अब सूर्य का गोचर आपके सप्तम भाव से होगा। सप्तम भाव में विराजमान सूर्य की दृष्टि आपके लग्न पर होगी। सूर्य देव के सप्तम भाव में गोचर करने से इस समय जो जातक अविवाहित हैं उनके लिए कोई विवाह का प्रस्ताव आ सकता है। क्योंकि सूर्य आपके भाग्य स्थान के स्वामी हैं इसलिए इस समय आपको भाग्य का सहारा भी मिलने वाला है। इस समय ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आप किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं और किसी एक ऐसे व्यक्ति से आपकी मुलाकात हो सकती है जो भविष्य में आपका जीवन बदल सकता है। इस समय सूर्य देव की लगन पर दृष्टि के कारण आपके व्यवहार में थोड़ी अहंकार की भावना देखी जा सकती है। इस समय आपको सलाह दी जाती है कि अपनी वाणी को नरम ही रखें किसी से भी कटु वचनों का प्रयोग ना करें।
इस राशि के जातकों के लिए सूर्य अष्टम भाव के स्वामी होकर छठे भाव में गोचर करेंगे। सूर्य के इस परिवर्तन से विपरीत राजयोग का निर्माण होगा और सूर्य की दृष्टि विदेश भाव यानी कि द्वादश भाव पर होगी। इस गोचर के कारण आपको अपने शत्रुओ पर विजय प्राप्त होगी। इस समय आपको विदेश से लाभ होगा वही छात्रों को शोध के लिए विदेश जाने के मौके प्राप्त होंगे। इस समय आपके ऑफिस में आपके काम की सराहना आपको मिलेगी और आपके सीनियर इस समय आपसे प्रसन्न रहेंगे।