धर्म-अध्यात्म

17 सितंबर को होगा कन्या राशि में सूर्य का प्रवेश, सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए अपनाएं ये उपाय

Rani Sahu
11 Sep 2021 9:00 AM GMT
17  सितंबर को होगा कन्या राशि में सूर्य का प्रवेश, सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए अपनाएं ये उपाय
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पंचाग (hindu calander) के अनुसार हर साल 12 संक्रांति मनाई जाती हैं

Surya Upaye On Kanya Sankaranti: पंचाग (hindu calander) के अनुसार हर साल 12 संक्रांति मनाई जाती हैं. कन्या संक्रांति (kanya sankranti) इनमें से एक है. सनातन धर्म में कन्या संक्रांति का विशेष महत्व है. कहते हैं जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो उसे संक्रांति कहा जाता है. और कन्या संक्रांति में इस दिन सूर्य अपनी जगह बदल कर कन्या राशि में प्रवेश करता है. इसलिए इसे कन्या संक्रांति कहते हैं. इस साल कन्या संक्रांति 16 सितंबर (kanya sankranti on 16th september) को मनाई जाएगी. इस दिन स्नान, दान आदि का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान विश्वकर्मा (lord vishwakarma puja) की पूजा भी की जाती है. कन्या संक्रांति के दिन सूर्य देव की उपासना की जाती है. सूर्य देव की कृपा दृष्टि भक्तों पर बनी रहे और करियर में सफलता मिले इसके लिए कन्या संक्रांति के दिन सूर्य के उपाय (surya dev upaye on kanya sankranti)अपना सकते हैं. इससे आपको जरूर लाभ मिलेगा.

सूर्य देव के उपाय (surya dev ke upaye)
1. सूर्य देव के दुष्प्रभावों से बचने के लिए सूर्य देव की उपासना करना जरूरी है. इसके लिए सूर्य देव से जुड़ी स्नान की वस्तुओं से स्नान करने पर लाभ होता है. नहाने के पानी में खसखस, लाल फूल या फिर केसर डालकर स्नान करने से दुष्प्रभाव तो दूर होंगे ही. ये सब सूर्य की वस्तुएं मानी जाती हैं. साथ ही करियर में भी तरक्की मिलती है. इतना ही नहीं, मान-सम्मान की प्राप्ति भी होती है. और स्नान के समय इन चीजों को शामिल करने से निश्चित तौर पर फायदा होता है.
2. सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है. सूर्य से जुड़ी वस्तुओं जैसे तांबा, गुड़, गेंहू, मसूर की दाल, आदि चीजों को दान के लिए शामिल कर सकते हैं. इन चीजों का दान हर रविवार करने पर फायदा होता है. इतना ही नहीं, अगर इसे सूर्य संक्रांति के दिन किया जाए तो और भी फायदा होता है.
3. सूर्य देव को उनके मंत्र के जप से भी प्रसन्न किया जा सकता है. अगर आप भी जप करना चाहते हैं तो 'ॐ घृ‍णिं सूर्य्य: आदित्य:' मंत्र का जाप हर रविवार किया जा सकता है. अगर आप रोज मंत्र जप कर रहे हैं तो मंत्रों की संख्या 10, 20 या 108 कर सकते हैं. इन मंत्रों की संख्या को बढ़ा भी सकते हैं. इतना ही नहीं, सूर्य देव से संबंधित अन्य कार्य जैसे हवन के समय भी इन मंत्रों का जप करना शुभदायी रहता है.
4. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की दशा खराब है तो उन्हें सूर्य संक्रांति से पहले या उस दिन विशेष उपाय करने चाहिए. रविवार के दिन समस्त परिवार के साथ सूर्य देव की पूजा करें. इससे आपको घर और समाज में मान-सम्मान मिलेगा. रविवार के दिन सूर्य से संबंधित वस्तुएं जैसे लाल-पीले रंग के कपड़े,गुड़ और लाल चंदन आदि का इस्तेमाल शुभ रहता है.


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