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सूर्यदेव के मंत्र, कुंडली में सूर्य के दोष दूर करने के लिए हर दिन जपना फायदेमंद
सूर्य को नवग्रहों का राजा माना गया है। सूर्य को मान सम्मान, कीर्ति और आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है। साथ ही सूर्य व्यक्ति को धन धान्य प्रदान करता है। वहीं, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में है तो उस व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना ड़ता है। ऐसे लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है और साथ ही ऐसे लोगों में कार्यों में सफलता भी नहीं मिल पाती हैं। लेकिन,
सूर्य कमजोर होने के लक्षण
1. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में है तो उस व्यक्ति के संबंध अपने पिता के साथ अच्छा नहीं रहते हैं। ऐसे लोगों के संबंध पिता से खराब ही रहते हैं। साथ ही ऐसे लोगों को पैतृक संपत्ति मिलने में कठिनाइयां आती हैं।
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2. सूर्य कमजोर होने पर व्यक्ति बीमार रहता है। उसे बुखार आदि जैसी समस्या बार बार होती रहती है। इसके बाद बाल झड़ना और गंजापन भी सूर्य ग्रह के कमजोर होने का संकेत है।
3. सूर्य कमजोर होने की स्थिति में व्यक्ति को हृदय संबंधी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों को ह्दय से जुड़ी कोई न कोई परेशानी लगी ही रहती है।
4. सूर्य की कमजोर होने पर व्यक्ति को समाज में भी मान सम्मान नहीं मिलता। उसके मान सम्मान को बार बार ठेस पहुंचाई जाती है। साथ ही उनकी बातों को भी कोई तवज्जों नहीं मिलती है।