धर्म-अध्यात्म

विवाह में आने वाली अड़चनों को ऐसे रोके, बस करें ये उपाय

Tara Tandi
2 March 2021 7:47 AM GMT
विवाह में आने वाली अड़चनों को ऐसे रोके, बस करें ये उपाय
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फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को माता सीता की जयंती के रूप में मनाया जाता है.

जनता से रिश्ता बेवङेस्क | फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को माता सीता की जयंती के रूप में मनाया जाता है. इसे जानकी जयंती सीता जयंती और सीता अष्टमी जैसे नामों से जाना जाता है. मान्यता है कि इसी दिन माता सीता (Mata Sita) प्रकट हुई थीं. इस बार सीता अष्टमी 6 मार्च 2021 को पड़ रही है. माना जाता है कि यदि कुंवारी कन्याएं सीता अष्टमी का व्रत रखें तो उनके विवाह की अड़चनें खत्म हो जाती हैं और उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है.

इसके अलावा जानकी जयंती व्रत को सुहागिन महिलाओं के लिए भी काफी खास माना गया है. इसे रखने से वैवाहिक जीवन की परेशानियां खत्म होती हैं. साथ ही पति की आयु लंबी होती है. यदि आपके घर में भी किसी कन्या के विवाह में दिक्कतें आ रही हैं, या फिर वैवाहिक जीवन सुखी नहीं है, तो जानकी जयंती के दिन इन उपायों को आजमाने से समस्या से छुटकारा मिल सकता है.

1. यदि वैवाहिक जीवन में परेशानियां चल रही हों, तो सीता अष्टमी के दिन भगवान राम और माता सीता की जोड़े के साथ पूजा करें. सीता माता की मांग में सात बार सिंदूर लगाएं और हर बार उन्हें लगाने के बाद खुद की मांग में भी लगाएं.

2. राम और सीता माता के आपसी संबन्ध बहुत मधुर थे. इनके बीच काफी प्रेम और एक दूसरे के प्रति सम्मान था, इसलिए इनकी जोड़ी को आदर्श जोड़ी कहा जाता है. यदि आपके घर में भी आए दिन क्लेश बना रहता है तो इस दिन राम-सीता की एक तस्वीर लाकर घर में रखें और उसका रोज पूजन करें.

3. जिन कन्याओं की शादी नहीं हो पा रही है, वे इस दिन गंगा के पास की मिट्रटी या तुलसी की मिट्रटी लेकर माता सीता और राम की प्रतिमा बनाएं. दोनों का पूजन करें और माता को सुहाग का सामान चढ़ाएं. इसके बाद एक अच्छे वर के लिए प्रार्थना करें.

4. किसी मनोकामना की पूर्ति चाहते हैं तो रुद्राक्ष की माला से सीता अष्टमी के दिन ओम जानकी रामाभ्यां नमः मंत्र का जाप करें. आप मंत्र की एक, पांच, सात, ग्यारह या इक्कीस मालाएं कर सकते हैं.

ध्यान रहे

इन उपायों के अलावा आपको पूरे दिन व्रत रखना है. शाम की पूजा व आरती के बाद एक समय भोजन कर सकती हैं. यदि शारीरिक रूप से व्रत रखने में असमर्थ हैं तो दिन में फल वगैरह ले सकती हैं.

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