- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- सूर्य आरती के साथ करें...
ज्योतिष न्यूज़: हिंदू धर्म सप्ताह के हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा की जाती है जिसमें रविवार को सूर्य पूजा के लिए श्रेष्ठ दिन माना जाता है। इस दिन भक्त भगवान की पूजा की जाती है और व्रत आदि रखे जाते हैं।
सिद्धांत है कि सूर्य कृपा जिसके साथ जीवन में सुख, सफलता और मान सम्मान की प्राप्ति होती है, साथ ही निरोगी काया का आशीर्वाद भी मिलता है, ऐसे में अगर आप भी प्रभु का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो आज अपने दिन की शुरुआत सूर्य आरती के साथ करें। साथ ही साथ अपनी पूजा को भी सफल बनाएं।
भगवान सूर्य की आरती—
ऊँ जय कश्यप नंदन, प्रभु जय अदिति नंदन।
त्रिभुवन तिमिर निकंदन, भक्त हृदय चंदन॥
॥ ऊँ जय कश्यप…॥
सप्त अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी।
दु:खहारी, सुखकारी, मानस मलहारी॥
॥ ऊँ जय कश्यप…॥
सुर मुनि भूसुर वंदित, विमल विभवमुख।
अघ-दल-दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली॥
॥ ऊँ जय कश्यप…॥
सकल सुकर्म प्रसविता, सविता शुभकारी।
विश्व विलोचन मोचन, भव-बंधन भारी॥
॥ ऊँ जय कश्यप…॥
कमल ग्रुप विकासक, नैक त्रय तापा।
सेवत सहज हरत अति, मनसिज संतापा॥
॥ ऊँ जय कश्यप…॥
दर्शन व्याधि हर सुरवर, भू-पीड़ा हारी।
वृत्ति मुक्ति संतत, परहित व्रतधारी॥
॥ ऊँ जय कश्यप…॥
सूर्यदेव करुणाकर, अब करुणा कीजय।
हर अज्ञान मोह सब, तत्वज्ञान दीजै॥
ऊँ जय कश्यप नंदन, प्रभु जय अदिति नंदन।
त्रिभुवन तिमिर निकंदन, भक्त हृदय चंदन॥
भगवान सूर्यदेव की पूजा आरती करने पर वक्त पवित्रता और बृहस्पति का विशेष ध्यान रखने पर पूजन का पूर्ण फल प्राप्त होता है।