धर्म-अध्यात्म

वैशाख पूर्णिमा पर बन रहे हैं विशेष योग, ऐसे करें भगवान विष्णु और चंद्र देव की पूजा

Triveni
26 May 2021 2:38 AM GMT
वैशाख पूर्णिमा पर बन रहे हैं विशेष योग, ऐसे करें भगवान विष्णु और चंद्र देव की पूजा
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हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का बहुत महत्व है। पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और चंद्र देव की पूजा-अर्चना की जाती है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का बहुत महत्व है। पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और चंद्र देव की पूजा-अर्चना की जाती है। पौराणिक कथाओं की माने तो वैशाख में पूर्णिमा के ही दिन भगवान बुद्ध का भी जन्म हुआ था। वैशाख माह की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों में ऐसी भी मान्यता है कि विष्णु भगवान के नौवें अवतार भगवान बुद्ध ही थे, इस वर्ष 26 मई को वैशाख पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण भी इसी दिन पड़ने जा रहा है। ये चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण होगा और पूरे देश में दिखाई भी नहीं देगा।

वैशाख पूर्णिमा शुभ मुहूर्त
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त 25 मई दिन मंगलवार को रात 08 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगा, जो 26 मई दिन बुधवार को शाम 04 बजकर 43 मिनट पर समाप्त होगा। वैशाख पूर्णिमा का व्रत 26 मई को किया जाएगा।
वैशाख पूर्णिमा पूजा-विधि
पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर पावन नदियों में स्नान का बहुत ज्यादा महत्व होता है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस बार घर में ही रहना ज्यादा सुरक्षित है। इस बार घर में ही एक खाली बाल्टी में गंगाजल डालकर उसे पानी से भरकर स्नान करें, ऐसे में गंगा स्नान का ही पुण्य प्राप्त होता है। इसके बाद घर के मंदिर में साफ-सफाई कर गंगाजल छिड़कें और सभी देवी-देवताओं का अभिषेक करें। ध्यान रहे सबसे पहले भगवान विष्णु का हल्दी से अभिषेक करें, उन्हें तुलसी अर्पित करें। इसके बाद भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें, उनकी आरती करें। फिर भगवान को सात्विक चीजों का भोग लगाएं। पूर्णिमा की रात को चंद्र देव की पूजा की जाती है। रात को चंद्र उदय होने के बाद उन्हें जल का अर्घ्य देने से शुभ फल की प्रप्ति होती है।
वैशाख पूर्णिमा पर हैं दो शुभ योग
वैशाख पूर्णिमा पर 25 मई को रात 10 बजकर 52 मिनट तक शिव योग रहेगा, इसके बाद सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू हो जाएगा। इन दोनों योगों को बड़ा ही शुभ माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार इन दोनों योगों में किसी भी तरह के शुभ काम किए जा सकते हैं। इस दिन चंद्र देव और सूर्य देव दोनों वृष राशि में मौजूद रहेंगे।
वैशाख पूर्णिमा का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पूर्णिमा के दिन का बहुत ज्यादा महत्व होता है। इस पावन दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होता है, तो वहीं चंद्र देव की पूजा करने से दोषों से छुटकारा मिलता है।


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