धर्म-अध्यात्म

हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का विशेष महत्व

Ritisha Jaiswal
6 April 2021 3:06 PM GMT
हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का विशेष महत्व
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हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का विशेष महत्व है। 18 महापुराणों में से एक इस पुराण में स्वर्ग, नर्क, पाप-पुण्य, मृत्यु के बारे में बताया गया है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का विशेष महत्व है। 18 महापुराणों में से एक इस पुराण में स्वर्ग, नर्क, पाप-पुण्य, मृत्यु के बारे में बताया गया है। इसके अलावा इसमें कई ऐसी नीतियां बताई गई है जो आपके जीवन की हर मुश्किल से दूर रखने में मदद करती है। गरुड़ पुराण में एक ओर जहां मौत का रहस्य बताया है वहीं दूसरी ओर जीवन के रहस्य छिपे हुए है।इस पुराण में लाइफ मैनेजमेंट को लेकर कई बातें बताई गई हैं। जिसके अनुसार आप सुखी और खुशहाल जीवन तकी चाह रखते हैं इन 5 चीजों से हमेशा दूरी बनाकर रखें।

अत्यधिक मोह
पुराण के अनुसार कभी भी किकी व्यक्ति को किसी भी चीज से ज्यादा मोह नहीं करना चाहिए। नहीं तो आने वाले समय में परेशानियों का कारण बन सकता है। मोह एक ऐसी चीज है जो आपको कभी भी आगे नहीं बढ़ने देता है। मोह में बंधा हुआ व्यक्ति कभी भी तरक्की की राह में नहीं चल पाता है और कभी भी उसे किसी भी काम में सफलता नहीं मिलती है।
अंहकार
अहंकार करने वाला व्यक्ति हमेशा खुद को श्रेष्ठ और दूसरों को छोटा समझता है। उन्हें सिर्फ मैं और मैं ही दिखता है। जिसके अंदर भी अंहकार का भाव आ जाता है वह कभी भी स्थाई रूप से सफलता नहीं पा पाता है। उसका अंहकार कभी न कभी उसके पतन का कारण बन सकता है।
अधूरा ज्ञान
अगर आपको किसी भी चीज में सफलता पाना है या फिर किसी भी चीज में परांगत बनना है तो उसके लिए जरुरी हैं कि आपका ज्ञान अधूरा नहीं होना चाहिए। जब आपको ज्यादा से ज्यादा जानकारी होगी तभी आप सही और गलत का फैसला कर सकते हैं। अगर आने वाले समय में आपके सामने दो चीजों में एक सही चुनना है तो आपको यह पता होना चाहिए कि कौन सही और कौन गलत। इसलिए कहा जाता है कि अधूरा ज्ञान कई बार परेशानियों में डाल सकता है या फिर दूसरे के सामने शर्मिंदा कर सकता है।
क्रोध
जब आपको किसी चीज को लेकर मनवांछित फल नहीं मिलता है तो आपको क्रोध आना स्वाभाविक हो जाता है। लेकिन जो लोग आपने क्रोध को संभाल लेते है वह आने वाले समय में जरूर सफल होते है। इतना ही नहीं कई बार क्रोध के कारण बनते हुए रिश्ते बिगड़ जाते है।
असुरक्षा की भावना
जिन लोगों के मन में असुरक्षा की भावना की होती है वह किसी भी काम को पूरी एकाग्रता के साथ नहीं कर पाते हैं। क्योंकि आपको हर पल महसूस करते हैं कि आप खुद को कैसे सुरक्षित करे।


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