धर्म-अध्यात्म

शिक्षा से जुड़ी हर समस्या का समाधान, ज़रूर करें ये उपाय

Tara Tandi
16 Feb 2021 10:29 AM GMT
शिक्षा से जुड़ी हर समस्या का समाधान, ज़रूर करें ये उपाय
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आज यानि 16 फरवरी, 2021 माघ मास के शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है।

जनता से रिश्ता बेवङेस्क | आज यानि 16 फरवरी, 2021 माघ मास के शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। धार्मिक मान्यता है कि ये पर्व जीवन में ज्ञान और शिक्षा के महत्व को दर्शाता है। इस दिन देवी सरस्वती की विधि वत पूजा करने का विधान है। चूंकि ये पर्व ज्ञान और शिक्षा को दर्शाता है, इसलिए ये पावन दिन शिक्ष से जुड़े लोगों के लिए खासा महत्व रखता है। हो भी क्यों न हो आखिरकार सनातन धर्म के तमाम वेद, ग्रंथों व शास्त्रो में ज्ञान को बहुत बड़ा दर्जा प्राप्त है। इसलिए इन सभी में ज्ञान के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है। इसमें यह भी वर्ण किया गया है कि ज्ञान से बिना सफलता की कल्पना करना भी बहुत मुश्किल है। तो अगर आप अपने जीवन में अधिक ज्ञान अर्जित करने की कामना रखते हैं, चाहते हैं कि आपके जीवन में फैला अंधकार ज्ञान की मदद से हमेशा हमेशा के लिए दूर हो जाए तो आज के दिन आगे बताए जाने वाले खास उपाय को ज़रूर करें।

प्राचीन समय हो, वर्तमान या फिर आने वाला भविष्य, कहा जाता है तीनों ही काल में केवल शिक्षा ही इंसान को सफल व्यक्ति बनाती है। यूं तो शिक्षा प्रदान करने के लिए कोई एक दिन निर्धारित नहीं है परंतु कहा जाता है यदि किसी छोटे बच्चे की पढ़ाई शुरू करनी हो तो उसके लिए सबसे उत्त्म दिन बसंत पंचमी का होता है। इसके अलाना इस दिन अबूझ मुहूर्त का निर्माण होता है, जिसके अनुसार आज के दिन कई तरह के शुभ और मांगलिक कार्य संपन्न किए जाते हैं।

मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन उन लोगों को देवी सरस्वती की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए जिनके जीवन में शिक्षा संबंधी कोई न कोई बाधा बनी रहती है। साथ ही साथ निम्न दिए गए मंत्रों का जप करना चाहिए।

मंत्र

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नम:.

ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नम:.

इसके अलावा कहा जाता है ज्योतिष शास्त्र के मुताबित गुरू ग्रह ज्ञान के कारक होते हैं। जो व्यक्ति को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्रदान के साथ-साथ ही जीवन में उच्च पद और विभिन्न स्त्रोतों से धन लाभ भी करवाता है। ज्योतिष विशेषज्ञों का कहना है कि इस बसंत पंचमी के दिन ही गुरू अस्त से उदय हो रहे हैं। जिससे एक शुभ योग का निर्माण हो रहा है, इसलिए इसलिए बसंत पंचमी का महत्व और अधिक बढ़ गया है।

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