धर्म-अध्यात्म

पितृपक्ष की अमावस्या को लगेगा सूर्यग्रहण, जानें NASA ने इसे क्यों बताया खास

Tara Tandi
30 Aug 2023 10:23 AM GMT
पितृपक्ष की अमावस्या को लगेगा सूर्यग्रहण, जानें NASA ने इसे क्यों बताया खास
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हिंदू शास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय कई तरह के नियमों का पालन करना पड़ता है. इस साल 2 सूर्य ग्रहण हैं जिसमें से एक 20 अप्रेल को लग चुका है और अगला सूर्य ग्रहण अब जल्द ही 14 अक्टूबर को लगने वाला है. NASA ने इस सूर्य ग्रहण को को खास बताया है. क्योंकि इस बार ग्रहण का जो नज़ारा दिखेगा वो अद्भूट होगा. ग्रहण से जुड़ी सारी बड़ी जानकारी हम आपको देते हैं लेकिन सबसे पहले ये जानते हैं कि NASA के अनुसार इस बार का सूर्यग्रहण क्यों खास है, कब से कब तक ग्रहण का समय है और ये सूर्यग्रहण कहां-कहां दिखायी देगा.
NASA ने इस सूर्य ग्रहण को खास क्यों बताया
14 अक्टूबर को साल 2023 का दूसरा सूर्यग्रहण लगने वाला है नासा के अनुसार इस बार चंद्रमा सूर्य को केंद्र से ढक लेगा जिस वजह से सूर्य के किनारे रिंग की तरह नज़र आएंगे. इस स्थिति को 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है. जिसमें सूर्य के किनारे ही सिर्फ नज़र आते हैं. इसी स्थिति को NASA खास बता रहा है.
कब से कब तक लगेगा सूर्य ग्रहण
हिंदू मान्यताओं के अनुसार ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है. इस समय खाने पीने की चीज़ों से लेकर मंदिरों में पूजा तक सब वर्जित होते हैं. लेकिन सूर्य ग्रहण का समय क्या है ये भी जान लें... 14 अक्टूबर शनिवार को रात 08:34 बजे से देर रात 02:35 बजे तक ग्रहण लगेगा. इस दौरान गलती से भी आप नंगी आंखों से आसमान में देखने की गलती ना करें.
सूर्य ग्रहण कहां दिखायी देगा
14 अक्टूबर को आने वाला ये सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. ये अमेरिका के उत्तरी, साउथ और सेंट्रल में आसानी से देखा जा सकेगा. इसके अलावा पश्चिमी गोलार्ध में भी सूर्य ग्रहण को लोग आसानी से देख पाएंगे.
क्योंकि इस बार जो सूर्य ग्रहण लग रहा है वो भारत में नहीं दिखेगा इसलिए यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा.
वैसे आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण के बाद अक्टूबर में ही 29 तारीखी को चंद्रग्रहण भी लगेगा. चंद्रग्रहण का समय भी जान लें. ये दोपहर 01:06 बजे से शुरु होगा और दोपहर 02:22 बजे तक रहेगा. इस बारे में भी हम आपको विस्तार से सारी जानकारी देंगे.
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