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धर्म-अध्यात्म
पौष अमावस्या के सरल एवं प्रभावी उपाय.....दूर होंगे जीवन से जुड़े सारे कष्ट
Bhumika Sahu
2 Jan 2022 3:56 AM GMT
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सनातन परंपरा में पौष मास की अमावस्या तिथि का बहुत ज्यादा महत्व है. मान्यता है कि इस दिन किसी तीर्थ नदी या सरोवर में स्नान और पितरों के निमित्त किये जाने वाले दान से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है. अमावस्या के दिन किये जाने वाले सरल उपाय को जानने के लिए पढ़ें ये लेख.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास 15-15 दिनों यानि कृष्णपक्ष और शुक्ल पक्ष को मिलाकर पूरा होता है. इसमें कृष्णपक्ष के पंद्रहवें दिन अमावस्या और शुक्ल पक्ष के पंद्रहवें दिन पूर्णिमा होती है. आज पौष मास की अमावस्या है. सनातन परपंरा में पौष मास की अमावस्या को मिनी पितृ पक्ष भी कहा जाता है. पौष अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त किये जाने वाले उपाय से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है. जिससे प्रसन्न होकर वे आप पर अपनी कृपा बरसाते हैं. साथ ही साथ अमावस्या के दिन किए जाने कुछ सरल उपाय भी हैं, जिन्हें करते ही जीवन से जुड़ी तमाम प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और सुख-संपत्ति की प्राप्ति होती हैं.
अमावस्या पर नदी स्नान का फल
किसी भी मास की अमावस्या तिथि पर किसी पवित्र नदी या पवित्र सरोवर में स्नान करने का विशेष पुण्य फल है. यदि अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने का सौभाग्य प्राप्त हो तो अत्यंत उत्तम है. यदि आप इस कोरोना काल में किसी कारणवश गंगा नदी के तट पर न पहुंच पाएं तो आप जल में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर 'गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती, नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु' मंत्र को पढ़ते हुए स्नान करें, आपको गंगा स्नान करने का पूरा पुण्यफल प्रापत होगा. स्नान के बाद प्रत्यक्ष देवता भगवान सूर्यदेव को तांबे के लोटे में तिल और जल मिलाकर 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' मंत्र को बोलते हुए जल चढ़ाएं. इसके बाद पितरों का ध्यान करते हुए उनके धूप-दीप जलाएं.
अमावस्या पर दान का फल
अमावस्या पर स्नान के साथ दान का विशेष महत्व बताया गया है. विशेष रूप से यदि आप किसी तीर्थ स्थान पर नदी या सरोवर में स्नान के बाद किसी निर्धन या असहाय व्यक्ति को उसकी जरूरत का सामान जैसे भोजन, दवा, वस्त्र आदि का दान करते हैं तो आपको अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. अक्षय पुण्य यानी ऐसा पुण्य जिसका कभी क्षय नहीं होता है.
अमावस्या पर करें ये ज्योतिषीय उपाय
यदि आप कालसर्प दोष से पीड़ित चल रहे हैं और यह आपके प्रगति में बाधक बन रहा है तो आप आज अमावस्या के दिन चांदी से बने नाग-नागिन की विधि-विधान से पूजा करके उसे नदी में प्रवाहित कर दें. आपको इस उपाय करने पर शीघ्र ही शुभ फलों की प्राप्ति होगी. पौष अमावस्या के दिन विशेष रूप से किसी गरीब को काला कंबल, काले जूते, गरम कपड़े, काला छाता, उड़द की दाल, तिल के लड्डू आदि का दान करें. इस उपाय को करने से आपके शनि संबंधी दोष भी दूर हो जाएंगे.
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