धर्म-अध्यात्म

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व

Ritisha Jaiswal
17 Jan 2022 2:40 PM GMT
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व
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ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व है. इसके अलावा ग्रहों के मार्गी

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व है. इसके अलावा ग्रहों के मार्गी, वक्री, अस्त या उदय होना भी इंसान के जीवन पर सीधा प्रभाव डालते हैं. धन के कारक शुक्र इस वक्त धनु राशि में वक्री अवस्था में हैं. 30 जनवरी को शुक्र, मकर राशि में मार्गी होंगे. जानते हैं कि शुक्र के मार्गी होने से किस राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा.

किन राशियों को मिलेगा लाभ?
आगमी 30 जनवरी को धन-वैभव, सुख, ऐश्वर्य का कारक ग्रह शुक्र मकर राशि में मार्गी अवस्था में प्रवेश करेंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र, वृषभ और तुला राशि का स्वामी ग्रह है. इसके अलावा शुक्र मीन राशि में उच्च होता होता है. जबकि कन्या राशि में यह नीच का नीच का माना जाता है. वहीं मकर शनिदेव की राशि मानी जाती है. शनि और शुक्र के बीच मित्रता रहती है. ऐसे में मकर राशि में शुक्र के मार्गी होने से मकर और कुंभ राशियों को बहुत अधिक लाभ होगा. इसके साथ ही शुक्र वृषभ और तुला राशियों के स्वामी ग्रह माने जाते हैं. इसलिए शुक्र के मार्गी का पूरा-पूरा लाभ वृषभ और तुला राशि वालों को भी मिलेगा.
कब-कब होगा शुक्र का राशि परिवर्तन
शुक्र देव अभी धनु राशि में गोचर अवस्था में मौजूद हैं. धनु राशि में शुक्र 30 दिसंबर, 2021 से ही मौजूद हैं और 26 फरवरी 2022 तक इसी स्थिति में रहेंगे. इसके बाद 27 फरवरी को शुक्र मकर राशि में गोचर करेंगे. 27 अप्रैल को शुक्र मीन राशि में प्रवेश करेंगे. फिर 23 मई को मेष राशि में गोचर करेंगे.


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