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धर्म-अध्यात्म
शुक्र प्रदोष व्रत आज, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, इस प्रदोष का महत्व, कैसे करें महादेव का पूजन, भगवान शिव के इन मंत्रो का जप करें
Renuka Sahu
20 Aug 2021 2:38 AM GMT
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फाइल फोटो
20 अगस्त को श्रावण शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और शुक्रवार का दिन है। त्रयोदशी तिथि शुक्रवार रात 8 बजकर 50 मिनट तक रहेगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 20 अगस्त को श्रावण शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और शुक्रवार का दिन है। त्रयोदशी तिथि शुक्रवार रात 8 बजकर 50 मिनट तक रहेगी। प्रत्येक महीने की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत करने का विधान है। आज शुक्रवार का दिन है लिहाजा यह प्रदोष 'शुक्र प्रदोष' कहलायेगा। कहते हैं प्रदोष व्रत के दिन जो व्यक्ति भगवान शंकर की पूजा करता है और प्रदोष व्रत करता है, वह सभी पापकर्मों से मुक्त होकर पुण्य को प्राप्त करता है और उसे उत्तम लोक की प्राप्ति होती है।
किसी भी प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का बहुत महत्व होता है। त्रयोदशी तिथि में रात्रि के प्रथम प्रहर, यानी सूर्योदय के बाद शाम के समय को प्रदोष काल कहते हैं। भविष्य पुराण के हवाले से बताया गया है कि त्रयोदशी की रात के पहले प्रहर में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करता है, वह सभी पापों से मुक्त होता है। शुक्र प्रदोष व्रत और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के संयोग में किये जाने वाले खास उपायों के बारे में जानिए।
अगर आप अपने बिजनेस राइवल्स से परेशान हैं, तो उनसे छुटकारा पाने के लिये शुक्रवार को शमी पत्र को साफ पानी से धोकर शिवलिंग पर अर्पित करें। साथ ही भगवान शिव के मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र इस प्रकार है- 'ऊँ नमः शिवाय।' (ऐसा करने से आपको अपने बिजनेस राइवल्स से छुटकारा मिलेगा।
जीवन में बड़ी उपलब्धि पाने के लिए मंत्र
अगर आप अपने जीवन में बड़ी उपलब्धियां पाना चाहते हैं और अपने समस्त कार्यों में सफलता सुनिश्चित करना चाहते है, तो आपको विश्वेदेव का इस प्रकार ध्यान करना चाहिए- 'ऊँ इन्द्राय नमः ....... ऊँ अग्नये नमः ....... ऊँ सोमाय नमः ....... ऊँ त्वष्ट्राय नमः ....... ऊँ रुद्राय नमः ....... ऊँ पूखनाय नमः ....... ऊँ विष्णुवे नमः ....... ऊँ अश्विनीये नमः ....... ऊँ मित्रावरूणाय नमः ....... ऊँ अंगीरसाय नमः'। इस प्रकार विश्वेदेवों का ध्यान करने से आपको जीवन में बड़ी उपलब्धियों के साथ ही आपके समस्त कार्यों की सफलता भी सुनिश्चित होगी।
अगर आप अपने बिजनेस में इंवेस्टमेंट करने के लिये किसी प्रकार की परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो शुक्रवार को शाम के समय शिव मन्दिर में जाकर घी का एक दीपक और तेल का एक दीपक जलाइए। बता दें कि घी का दीपक देवता के लिये होता है और तेल का दीपक अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिये होता है। घी के दीपक में रूई की खड़ी सफेद बत्ती लगानी चाहिए और तेल के दीपक में पड़ी हुई, यानी लेटी हुई लाल बत्ती लगानी चाहिए। ऐसा करने से बिजनेस में इंवेस्टमेंट करने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
वैवाहिक जीवन में सुख के लिए करें ये काम
अगर आप अपने वैवाहिक जीवन को सुख और प्रसन्नता से भरा देखना चाहते हैं, तो शुक्रवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान कटहल के पेड़ या उसके फल का दर्शन करें और हाथ जोड़कर अपने वैवाहिक जीवन में सुख और सम्पन्नता लाने के लिए प्रार्थना करें। अगर कटहल के पेड़ का दर्शन करना संभव न हो, तो आप इंटरनेट या अपने फोन पर तस्वीर का दर्शन कर सकते है अगर ये भी संभव न हो तो मन में हरे-भरे कटहल के पेड़ की कल्पना करके उसे प्रणाम करें। ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुख और प्रसन्नता से भरा रहेगा।
परेशानी से मुक्ति के लिए इस मंत्र का करें जाप
अगर आप किसी पारिवारिक बात को लेकर मानसिक रूप से परेशान हैं, तो उससे मुक्ति पाने के लिये शुक्रवार को स्नान आदि के बाद शिव जी के आगे हाथ जोड़कर प्रणाम करें और उनके सामने ही आसन बिछाकर बैठ जाएं। फिर शिव जी के इस मंत्र का 21 बार जाप करें। मंत्र है - 'ॐ नमश्शिवाय |' और जाप पूरा होने के बाद भगवान को पुष्प अर्पित करें। ऐसा करने से पारिवारिक बात को लेकर जो मानसिक रूप से परेशानी बनी हुयी है वो समाप्त हो जायेगी।
अगर आपके ऊपर अचानक से बहुत सारी जिम्मेदारियां आ गई हैं, जिससे आप मानसिक रूप से अशांति महसूस कर रहे हैं, तो शुक्रवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान आपको सूर्य के इस मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए । मंत्र इस प्रकार है- 'ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम:'। ऐसा करने से आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभायेंगे और आपको मानसिक अशांति से भी छुटकारा मिलेगा।
अगर आप अपने दाम्पत्य जीवन में आ रही परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार को शिव मंदिर में जाकर भगवान शंकर और माता पार्वती पर एक साथ मौली, यानी कलावे को सात बार लपेटें। ध्यान रहे कि धागा लपेटते हुए उसे बीच में से तोड़ना नहीं है। जब पूरा सात बार लपेट दें, तभी हाथ से धागे को तोड़ें। एक बात और कि धागा तोड़ने के बाद उसमें गांठ न लगाएं, उसे ऐसे ही वहां लपेटकर छोड़ दें। ऐसा करने से दाम्पत्य जीवन में आ रही परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।
गुस्से पर काबू पाने के लिए करें ये उपाय
अगर आपको छोटी-छोटी बातों पर अत्यधिक गुस्सा आ जाता है, तो अपने गुस्से को काबू में रखने के लिए आपको भगवान को गुड़ से बनी किसी चीज का भोग लगाना चाहिए। अगर गुड़ से बनी चीज का प्रसाद ना चढ़ा पायें, तो केवल गुड़ का ही भोग लगाएं। ऐसा करने से आप अपने गुस्से पर काबू पाने में सफल होंगे।
अपने बिजनेस की दिन-दुगनी, रात-चौगनी तरक्की के लिये शुक्रवार शाम के समय रंगोली वाले पांच अलग-अलग रंग लेकर शिव मन्दिर में जाकर,एक गोल फूल की आकृति वाली रंगोली बनाएं और उस रंगोली के बीच में घी का एक दीपक जलाएं। साथ ही हाथ जोड़कर शिवजी से अपने बिजनेस की तरक्की के लिए प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपके बिजनेस में दिन-दुगनी, रात-चौगनी तरक्की होगी।
स्वभाव को नम्र बनाए रखने का तरीका
अगर आप अपनी वाणी को मधुर और अपने स्वभाव को नम्र बनाये रखना चाहते हैं, तो एक बर्तन में जल भरकर, उसमें कुछ सिक्के डालकर मंदिर में रखें और अगले दिन उस बर्तन में से सिक्के निकालकर अपने पास संभालकर रख लें और जल को किसी पेड़ की जड़ में या मनी प्लान्ट में डाल दें। ऐसा करने से आपकी वाणी मधुर और आपका स्वभाव नम्र बना रहेगा।
अगर आप अपने बच्चों को हर कॉम्पिटिशन के लिये प्रिपेयर करना चाहते हैं, तो एक कटोरी में थोड़ा शहद लेकर, उंगली की मदद से शिवजी को भोग लगाइये और भोग लगाने के बाद उस कटोरी में बचे हुए शहद को अपने हाथों से अपने बच्चों को खिलाइए। ऐसा करने से आप अपने बच्चों को हर कॉम्पिटिशन के लिये प्रिपेयर करने में सफल होंगे।
अगर आप करियर संबंधी अपने किसी विशेष कार्य में सफलता पाना चाहते हैं, तो दूध में थोड़ा-सा केसर मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। साथ ही दूध चढ़ाते समय मन ही मन 'ऊँ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से करियर संबंधी किसी विशेष कार्य में आपको सफलता प्राप्त होगी।
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