धर्म-अध्यात्म

श्री कृष्ण रचाते हैं रास लीला, जानें इससे जुड़ी रहस्मयी बातें

Tara Tandi
25 Aug 2021 8:15 AM GMT
श्री कृष्ण रचाते हैं रास लीला, जानें इससे जुड़ी रहस्मयी बातें
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देशभर में तरह-तरह की जगह हैं। कुछ खूबसूरत तो कुछ डरावनी, कुछ एतिहासिक तो कुछ मजेदार।

देशभर में तरह-तरह की जगह हैं। कुछ खूबसूरत तो कुछ डरावनी, कुछ एतिहासिक तो कुछ मजेदार। वृंदावन में निधिवन भी रहस्मय है। मानयता है कि श्री कृष्ण हर रात राधा रानी के साथ रास लीला रचाने आते हैं। पूरी रात रास रचाने के बाद सुबह अपनी नगरी लौट जाते हैं। भगवान श्रीकृष्ण की भूमि वृंदावन में खूबसूरत मंदिर हैं। लेकिन निधिवन की अपनी लोकप्रियता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी रहस्मयी बातें।

निधिवन एक अतयंत पवित्र और रहस्मयी धार्मिक स्थल है। कहा जाता है कि रोजाना आधी रात को श्रीकृष्ण और श्रीराधा रास रचाते हैं। रास के बाद निधिवन परिसर में स्थापित रंग महल में शयन करते हैं। रंग महल में रोज रात को प्रसाद के रूप में लड्डू या माखन मिश्री रखा जाता है। साथ ही श्रृंगार का सामान रखा जाता है। मान्यता है कि प्रसाद का भोग श्रीकृष्ण लगातें हैं और राधा रानी श्रृंगार करती हैं। शयन के लिए पलंग लगाया जाता है। जिसके बाद सुबह उसे देखने के बाद यह प्रतीत होता है कि रात में किसी ने आराम करने आया तथा प्रसाद का भी खाया है।

यहां के वृक्षों की भी खूब खासियत है। दो ढ़ाई एकड़ में फैले निधिवन के वृक्षों की खासियत ये हैं कि यहां कोई भी पेड़ सीधा नहीं मिलेगा। सभी वृझों की डाल झुकी हुई और आपस में गुथी हुई है। मान्यता के अनुसार यही वृक्ष रात में गोपियों का रूप धारण करते हैं। निधिवन दर्शन के दौरान गाइड द्वारा जानकारी दी जाती है कि रासलीला को देखने वाला अंधा गूंगा, बहरा, पागल हो जाता है, तोकि वह इस रासलीला के बारे में किसी को बता ना सके।

इस रासलीला को देखने वाला व्यक्ति सामान्य जीवन नहीं बिता पाता है, इसी कारण रात 8 बजे के बाद पशु-पक्षी से लेकर पुजारी तक सभी यहां से चले जाते हैं और यहां के मुख्य द्वार पर ताला लग जाता है। सुबह जब रंगमहल के पट खुलने पर सभी सामान बिखरा मिलता है और दातून भी गीली मिलती है।

यहां कई मंदिर हैं, जहां भगवान कृष्ण और राधा की मूर्तियां हैं। यहां से कुछ देर की दूरी पर रंग महल नामक एक और मंदिर है जिसका अपना विशेष महत्तव है। माना जाता है कि भगवान स्वयं राधा को सजाते हैं।

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