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धर्म-अध्यात्म
मंदिर से लौटते वक्त घंटी बजानी चाहिए? बजाने से पहले जान लें ये क्या है सही नियम
Tara Tandi
26 Sep 2023 9:13 AM GMT
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हिंदू धर्म में कई ऐसी मान्यताएं प्रचलित है जो सदियों से चली आ रही है और इसे लोग आज भी अपनाते हैं. इन्हीं में से एक मंदिर की घंटी को लेकर है. क्या आपने देखा है कि मंदिर के अंदर एक घंटी लटकी हुई रहती है? जब भी लोग किसी मंदिर में पूजा करने जाते हैं तो प्रवेश करने से पहले घंटी जरूर बजाते हैं. फिर उसके बाद ही देवी-देवताओं की दर्शन करते हैं. हिंदू धर्म में घंटी बजाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है. यहां तक की घर में भी पूजा के दौरान घंटी बजाई जाती है. ऐसा माना जाता है कि बिना घंटे बजाए पूजा पूर्ण नहीं होती. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मंदिर से बाहर निकलते वक्त घंटी बजानी चाहिए या नहीं, अगर नहीं, तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
मंदिर में प्रवेश से पहले क्यों बजाते हैं घंटी?
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घंटी बजाने से देवी-देवता प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि भगवान को घंटा, शंख और घड़ियाल आदि की आवाज अति प्रिय है. वहीं, पुराणों के अनुसार, मंदिर में घंटी बजाने से इंसानों के पाप नष्ट हो जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जब सृष्टि की शुरुआत हुई थी तब उस वक्त जो आवाज गूंजी थी, वही आवाज घंटी बजाने पर आती है. यह भी कहा जाता है कि घंटी बजाने से मंदिर और उसके आसपास का वातावरण भी शुद्ध होता है.
मंदिर से निकलते वक्त घंटी बजाना चाहिए या नहीं?
शास्त्रों में कहा गया है कि मंदिर में घंटी को लगातार नहीं बजाना चाहिए. घंटी सिर्फ दो से तीन बार ही बजानी चाहिए. वहीं ऐसा कहा जाता है कि भूलकर भी मंदिर से निकलते वक्त घंटी नहीं बजाना चाहिए. ऐसा करना उचित नहीं माना जाता है. क्योंकि पूजा करने के बाद लौटते हुए घंटी बजाना नियमों के विरुद्ध है.
घंटी कब-कब बजाना चाहिए?
शास्त्रों में कहा गया है कि सुबह और शाम के समय घंटी जरूर बजानी चाहिए. सुबह और शाम के समय घंटी बजाने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. इसलिए घर में नियमित रूप से घंटी जरूर बजाए.
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