धर्म-अध्यात्म

शिव भक्त सावन में करें इन नियमों का पालन, शिव जी होंगे प्रसन्न

Tara Tandi
5 July 2023 10:37 AM GMT
शिव भक्त सावन में करें इन नियमों का पालन, शिव जी होंगे प्रसन्न
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भगवान शिव के प्रिय मास सावन की शुरुआत कल यानी 4 जुलाई से हो चुकी हैं इस पावन महीने के आरंभ से चारों ओर माहौल भक्तिमय हो गया हैं। श्रावण मास को शिव भक्ति के लिए बेहद ही खास महीना माना जाता हैं इस पूरे महीने भक्त भोलेबाबा की विधिवत पूजा करते हैं और उपवास आदि रखते हैं। माना जाता है कि इस पवित्र महीने में शिव पूजा आराधना करने से भक्तों को शीघ्र फल की प्राप्ति होती हैं।
इस महीने में शिवालयों में भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती हैं श्रावण मास को प्रेम और भक्ति का प्रतीक माना जाता हैं इस बार सावन में अधिकमास लगने के कारण ये महीना 59 दिनों का हो गया हैं ऐसे में भक्तों की शिव पूजा के लिए अधिक समय प्राप्त होगा। सावन माह में जहां पूजा पाठ और व्रत का महत्व होता हैं तो वही इस महीने से जुड़े कई नियम बताए गए हैं जिसका अगर पालन किया जाए तो लाभ मिलता हैं माना जाता हैं कि इस पूरे महीने इन नियमों का पालन करने से साधक को व्रत पूजन का दोगुना फल प्राप्त होता हैं तो आज हम आपको श्रावण मास से जुड़े नियम बता रहे हैं, तो आइए जानते हैं।
सावन भर इन नियमों का करें पालन-
सावन के पवित्र महीने में अपने मन को भी पवित्र रखें यानी मन में किसी तरह के बुरे विचार को ना आने दे। इस पूरे महीने अधिक से अधिक समय धार्मिंक पुस्तकों का पाठ करें। ऐसा करने से भगवान की कृपा बरसती हैं। इसकी के साथ ही श्रावण मास में बड़े, बुजुर्गों, महिलाओं, असहाय, गरीब और ज्ञानी लोगों का अपमान भूलकर भी ना करें वरना शिव कृपा से आप वंचित हो सकते हैं। इस महीने में प्रकृति को नुकसान पहुंचाने की गलती भी नहीं करनी चाहिए।
इस महीने सुबह देर तक सोना अच्छा नहीं माना जाता हैं ऐसे में सावन भर जल्दी उठकर शिव की आराधना करें। ऐसा करने से शिव शंकर की कृपा प्राप्त होती हैं। श्रावण मास के दिनों में बैंग, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना वर्जित माना गया हैं। ऐसा करने से शारीरिक नुकसान होता हैं।
इस पूरे महीने मांसाहार भोजन का सेवन और मदिरा पान करना वर्जित माना गया हैं। ऐसा करने वालों की पूजा व्यर्थ मानी जाती हैं और उन्हें पूजा पाठ व व्रत का कोई फल नहीं मिलता हैं इस महीने बाल, दाढ़ी कटवाने की गलती भी नहीं करनी चाहिए। इससे शिव क्रोधित हो सकते हैं। अगर आप इन नियमों का पालन करते हुए शिव पूजा व्रत करते हैं तो आपको इसका दोगुना फल प्राप्त होता हैं।
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