धर्म-अध्यात्म

इस दिन से बजने लगेगी शहनाई, ऐसे तैयार करें दूल्हे-दुल्हन का कमरा

Subhi
3 Nov 2022 2:23 AM GMT
इस दिन से बजने लगेगी शहनाई, ऐसे तैयार करें दूल्हे-दुल्हन का कमरा
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शुक्रवार यानी कि 4 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी है. इस दिन भगवान विष्णु चातुर्मास में शयन के बाद योग निद्रा से जागते हैं. उनके जागने के साथ ही विवाह और अन्य मंगल कार्य शुरू हो जाते हैं. विवाह के बाद नवविवाहितों का बेडरूम एकदम परफेक्ट होना चाहिए. इसमें वास्तु शास्त्र का ध्यान रखना चाहिए. इससे दांपत्य जीवन मधुर बने रहता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि बेडरूम को नए शादीशुदा जोड़ों के लिए कैसे सजाया जाए.

कपल्स के बेडरूम की दिशा हमेशा उत्तर-पश्चिम की तरफ होनी चाहिए. इससे दोनों के बीच मधुर संबंध बने रहते हैं. दांपत्य जीवन में कभी कोई दिक्कत नहीं आती है. इस दिशा में अगर बेडरूम किसी कारणवश नहीं बना सकते तो दक्षिण-पूर्व दिशा की तरफ भी कमरा बनवा सकते हैं.

नए विवाहित जोड़ों के लिए बेडरूम सबसे खास जगह होती है. ऐसे में इस कमरे की दिवारों के वास्तु के हिसाब से रंगना चाहिए. बेडरूम की दीवारों का रंग ज्यादा गहरा नहीं होना चाहिए. यहां हल्के रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए. खासकर गुलाबी, आसमानी, हरे या पीले रंग का प्रयोग किया जा सकता है.

वास्तु शास्त्र के अनुसार, बेडरूम में दर्पण, शीशा या आइना नहीं होना चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, लेकिन कई कपल्स बेडरूम में ड्रेसिंग टेबल लगाते हैं. अगर ऐसा करना चाहते हैं तो कभी भी बेड के सामने की तरफ न रखें. अगर शीशे का मुंह बेड की तरफ हो तो सोने से पहले उसके ऊपर कपड़ा डाल दें.

विवाहित जोड़ों के सोने की दिशा का भी वास्तु शास्त्र में काफी महत्व होता है. गलत दिशा या तरीके से सोने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है. पत्नी को हमेशा पति की बायीं तरफ सोना चाहिए. पत्नी को पति का बायां अंग माना गया है. ऐसा करने से पारिवारिक जीवन सुखद बने रहता है.

विवाहित जोड़ों के लिए बेड हमेशा लकड़ी का बना होना चाहिए और इसमें किंग साइज का एक ही गद्दा होना चाहिए. दो गद्दे लगाना वास्तु के अनुसार गलत माना गया है. बेड के नीचे कभी कबाड़ या बेकार पड़ी वस्तु नहीं रखनी चाहिए.

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