धर्म-अध्यात्म

सोमवती अमावस्या पर शनि जयंती दोनों एक साथ, जरूर ये उपाय करें

Teja
21 May 2022 5:10 AM GMT
सोमवती अमावस्या पर शनि जयंती दोनों एक साथ, जरूर ये उपाय करें
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ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाती है. इस बार ये दिन 30 मई दिन सोमवार को पड़ रही है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाती है. इस बार ये दिन 30 मई दिन सोमवार को पड़ रही है. शनिदेव को न्याय का देवता भी कहते हैं. ये सूर्य देव और माता छाया के पुत्र हैं. हालांकि पिता और पुत्र का संबंध होने के बावजूद इन दोनों में शत्रुता का भाग है. शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है. लेकिन अमावस्या सोमवार को है. सोमवार के दिन ही सोमवती अमावस्या भी है. यह अमावस्या साल की आखिरी अमावस्या है. ऐसे में इस दिन वट सावित्री व्रत भी रखा जाएगा. यह व्रत सुहागिन रखती हैं. इन तीनों तिथियों के एक साथ होने पर ये महा योग बना रहा है. ऐसे में कुछ उपायों को करके कृपा प्राप्त की जा सकती है. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने लेख के माध्यम से बताएंगे कि शनि जंयती के दिन किन उपायों को करें. पढ़ते हैं

शनि जयंती के दिन करें ये उपाय
शनि जयंती के दिन काले रंग के कपड़े दान करें. साथ में काले तिल, छाता, स्टील के बर्तन, जूते, चप्पल आदि का दान करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं.
शनि जयंती के दिन सरसों के तेल का दीपक पीपल के आगे चढ़ाएं. ऐसा करने से जीवन में उन्नति के मार्ग खुलते हैं.
शनि अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करें.
शनि जयंती के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि करें और सूर्य भगवान को जल जरूर अर्पण करें. जल में गुड़ और चावल जरूर डालें.
सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करें और दान जरूर करें.
शनि जयंती के दिन गरीबों को खाना जरूर खिलाएं और जरूरतमंदों की मदद करें.

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